भारत बंद : यूपी के कई जिलों में हिंसा व आगजनी, मेरठ में हिंसा भड़काने के आरोप BSP के पूर्व विधायक गिरफ्तार

मेेेेरठ : भारत बंद के दौरान यूपी के अलग-अलग हिस्‍सों में जमकर हिंसा हुई है. वहीं मेरठ में हिंसा भड़काने के आरोप में पुलिस ने बसपा के पूर्व विधायक और मेयर के पति योगेश वर्मा को गिरफ्तार किया गया है. योगेश वर्मा को मेरठ एसएसपी मंजिल सैनी और जिलाधिकारी के आदेश पर गिरफ्तार किया गया. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 2, 2018 6:59 PM

मेेेेरठ : भारत बंद के दौरान यूपी के अलग-अलग हिस्‍सों में जमकर हिंसा हुई है. वहीं मेरठ में हिंसा भड़काने के आरोप में पुलिस ने बसपा के पूर्व विधायक और मेयर के पति योगेश वर्मा को गिरफ्तार किया गया है. योगेश वर्मा को मेरठ एसएसपी मंजिल सैनी और जिलाधिकारी के आदेश पर गिरफ्तार किया गया. पूर्व विधायक पर नेशनल सेक्‍योरिटी एक्‍ट के तहत कार्रवाई करने की बात कही जा रही है. उनकी गिरफ्तारी कंकरखेड़ा थाने में की गयी है.

मेरठ एसएसपी के अनुसार मेरठ में हुई हिंसा को भड़काने के लिए योगेश वर्मा ही जिम्‍मेदार हैं. एसएसपी ने उनकी गिरफ्तारी की पुष्टि की है. मंजिल सैनी के मुताबिक करीब 200 प्रदर्शनकारियों को भी गिरफ्तार किया गया है. उनके खिलाफ केस दर्ज करने की कार्रवाईकीजा रही है. एसएसपी ने बताया कि सभी अराजकतत्‍वों को नेशनल सेक्‍योरिटी एक्‍ट के तहत गिरफ्तार किया गया है.

वहीं, एससी/एसटी एक्‍ट में बदलाव का विरोध कर रहे दलित संगठनों के प्रदर्शनकारियों ने मेरठ में कंकरखेड़ा थाने की शोभापुर पुलिस चौकी को आग लगा दी. इस दौरान शहर में सैकड़ों की संख्‍या में प्रदर्शनकारी विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. मेरठ में ही इन प्रदर्शनकारियों ने सड़कों पर उतरकर वाहनों के शीशे भी तोड़े और पथराव भी किया. इस दौरान पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज भी किया. प्रदर्शन के कारण दिल्ली और देहरादून हाईवे पूरी तरह बंद हो गया है. मेरठ में 2 बसों को भी आग के हवाले कर दिया गया है. इसके अलावा कई वाहनों में भी आग लगायीगयी है.

यूपी: 4 जिलोंसे हिरासत में लियेगये 448 प्रदर्शनकारी
डीआईजी (कानून एवं व्यवस्था) प्रवीन कुमार ने बताया कि भारत बंद के दौरानप्रदेश में हिंसा की घटनाओं में संलिप्तता के चलते चार जिलों में 448 लोगों को हिरासत में लिया गया.

मुजफ्फरनगर में 1 की मौत, 3 घायल
डीआईजी (कानून एवं व्यवस्था) प्रवीन कुमार ने बताया कि भारत बंद के दौरान हुई हिंसा में मुजफ्फरनगर में एक व्यक्ति की मौतहुई हैजबकि तीन गंभीर रूप से घायलहुएहै. वहीं 35 से 40 पुलिसकर्मी और 30 से 35 प्रदर्शनकारी घायल हुए है.

गाजियाबाद और हापुड़ में हिंसक हुए बंद समर्थक
गाजियाबाद : अनुसूचित जाति, जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम (एसएसी/एसटी एक्ट) को लेकर आये उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद भारत बंद हिंसक हो गया. गाजियाबाद रेलवे स्टेशन से पहले गऊशाला फाटक पर ट्रेन रोक दी गयी. घंटों तक ट्रेन की आवाजाही बंद रही. गऊशाला फाटक पर पुलिस का वाहन आग के हवाले किये जाने की सूचना है.

वहीं, एससी/एसटी एडवोकेट्स वेलफेयर एसोसिएशन गाजियाबाद के बैनर तले अधिवक्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने समस्त बाजार बंद करा दिये. सुबह से ही जगह जगह रेल पटरियों पर लोग जमा हो गये और ट्रेनों की आवाजाही रोक दी. हालांकि, इस दौरान एक एंबुलेंस में जा रहे मरीज फंस गये जिनको तत्काल रवाना किया गया. प्रदर्शनकारियों ने जगह-जगह गाड़ियों में तोड़फोड़ और पथराव किया. हापुड़ में दलित समाज के हजारों लोग सड़कों पर उतर आये और उग्र प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने एक पेट्रोल पंप पर तोड़फोड़ की. पश्चिमी उत्तर प्रदेश में दलित संगठन के लोग जमकर विरोध कर रहे हैं. लोग सड़क पर उतर आये हैं.

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