दुष्कर्म के आरोपी BJP विधायक मुख्यमंत्री कार्यालय पहुंचे, बोले- हर जांच को तैयार
उन्नाव/लखनऊ : उत्तर प्रदेश के उन्नाव में भाजपा विधायक कुलदीप सेंगर परदुष्कर्म का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री आवास के पास आत्मदाह की कोशिश करने वाली युवती के जेल में बंद पिता की संदिग्ध हालात में मौत हो गयी. पीड़ित पक्ष ने विधायक पर जेल में हत्या कराने का आरोप लगाया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने […]
उन्नाव/लखनऊ : उत्तर प्रदेश के उन्नाव में भाजपा विधायक कुलदीप सेंगर परदुष्कर्म का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री आवास के पास आत्मदाह की कोशिश करने वाली युवती के जेल में बंद पिता की संदिग्ध हालात में मौत हो गयी. पीड़ित पक्ष ने विधायक पर जेल में हत्या कराने का आरोप लगाया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा है कि सरकार और कानून इस घटना के दोषियों के साथ कोई रियायत नहीं करेगा. इस मामले में चार नामजद अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया है. वहीं दुष्कर्म के आरोपी भाजपा विधायक कुलदीप सेंगर आज शाम मुख्यमंत्री कार्यालय पहुंचे, लेकिन उन्होंने इस बात से इन्कार किया कि मुख्यमंत्री योगी ने उन्हें इस कथितदुष्कर्म मामले में तलब किया है.
#WATCH Kuldeep Singh Sengar, BJP MLA from Unnao against whom a woman leveled rape allegations,rules out resignation. Says 'Naam kisi ka aane se koi isteefa de deta hai?' pic.twitter.com/G3ZttjIE4g
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) April 9, 2018
साजिश के तहत फंसाया गया : विधायक
बाद में कुलदीप सेंगर ने पत्रकारो से बातचीत में कहा कि उन्हें उनके विरोधियों की साजिश के तहत फंसाया जा रहा है और वह मांग करते है कि इस मामले की उच्च स्तरीय जांच करायी जाएं. जो भी दोषी हो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाये. उनसे पूछा गया कि जिस तरह से इस मामले में उनका नाम आ रहा है, क्या वह इस मामले की जांच के लिये इस्तीफा देंगे. इस पर उन्होंने कहा,‘‘नाम किसी का आने पर क्या कोई इस्तीफा दे देता है. आप का नाम कहीं कोई ले ले तो क्या आप इस्तीफा दे दोगे. यह घटना पूरी तरह से गलत है.
बदनाम करने की साजिश : सेंगर
भाजपा विधायक ने कहा, इस घटना के पीछे मंशा केवल पूरी तरह से मेरी बदनामी की है. मैं चाहता हूं कि इस मामले की पूरी तरह से जांच हो. उनसे पूछा गया कि क्या वह इस मामले में किसी विपक्षी दल की राजनीतिक साजिश मानतेहै. इसके जवाब में उन्होंने कहा कि मैं पिछले काफी समय से राजनीति में हूं मेरे खिलाफ कई बार साजिश की जा चुकी है, एक बार फिर मुझे बदनाम करने की साजिश की जा रही है, लेकिन मैं किसी मामले से घबराने वाला नही हूं. मैं हर तरह की उच्च स्तरीय जांच को तैयार हूं. उनसे पूछा गया कि क्या मुख्यमंत्री ने उन्हें तलब किया है. इस पर उन्होंने कहा कि नहीं वह यूं ही मुख्यमंत्री कार्यालय आये है, उन्हें किसी ने तलब नहीं किया गया है.
थाना प्रभारी समेत 6 पुलिसकर्मी निलंबित
वहीं, लापरवाही बरतने के आरोप में संबंधित थाना प्रभारी समेत छह पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है. पुलिस सूत्रों ने आज बताया कि भाजपा विधायक सेंगर पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली माखी थाना क्षेत्र के एक गांव की निवासी 18 वर्षीय एक लड़की के पिता को रविवार रात को जेल में पेट दर्द के साथ खून की उल्टियां शुरू हुई थीं. इस पर उसे तुरंत जिला अस्पताल के एमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया. मगर तड़के लगभग तीन बजे उसकी मौत हो गयी. उसकी उम्र करीब 50 वर्ष थी.
परिजनोंनेलगाया भाजपा विधायक पर जेल में हत्या कराने का आरोप
मृतक के परिजन ने दुष्कर्म के आरोपी बांगरमऊ से भाजपा विधायक सेंगर पर जेल में हत्या कराने का आरोप लगाया है. उनका इल्जाम है कि मुकदमा वापस ना लेने पर गत तीन अप्रैल को विधायक के भाई अतुल सिंह ने पीड़िता के पिता को मारा पीटा था. पुलिस ने इसका मुकदमा दर्ज करने के बजाय पांच अप्रैल को पीड़ित के खिलाफ ही शस्त्र अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज करके उसे जेल भेज दिया.
घटना दुर्भाग्यपूर्ण : सीएम योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में संवाददाताओं से बातचीत में इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि लखनऊ जोन के अपर पुलिस महानिदेशक से मामले की जांच करने के निर्देश दिये गये हैं. सरकार और कानून इस घटना के दोषियों के साथ कोई रियायत नहीं करेगा.
जांच के लिए लखनऊ पुलिस की एक टीम गठित
इस बीच, राज्य सरकार के प्रवक्ता ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच सुनिश्चित कराने के लिये तफ्तीश को उन्नाव से लखनऊ स्थानांतरित कर दिया गया है. मामले की मजिस्ट्रेट से जांच के आदेश दिये गये हैं. पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने कहा कि मामले की जांच के लिये लखनऊ पुलिस की एक टीम गठित की गयी है. भाजपा विधायक पर लगा आरोप अभी सिद्ध नहीं हुआ है. जांच के बाद जो भी दोषी पाया जायेगा, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी.
नामजद अभियुक्तों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
इधर, उन्नाव की पुलिस अधीक्षक पुष्पांजलि ने बताया कि मामले के चार नामजद अभियुक्तों सोनू, बउवा, विनीत और शैलू को गिरफ्तार कर लिया गया है. वहीं, माखी के थाना प्रभारी अशोक कुमार समेत छह पुलिसकर्मियों को लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है. जिलाधिकारी रवि कुमार एनजी ने कहा कि जब दोनों पक्षों की ओर से मुकदमा दर्ज कराया गया था तो एक पक्ष को ही जेल क्यों भेजा गया, इसकी जांच करायी जायेगी. साथ ही मृतक का डाक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम कराने के आदेश दिये गये हैं.
विरोधियों का योगी सरकार पर हमला
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस मामले पर ‘ट्वीट‘ के जरिये तंज करते हुए कहा ‘‘प्रदेश में कहीं कोचिंग की छात्रा की सरेआम गोली मारकर हत्या हो रही है, तो कहीं भाजपा विधायक पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली महिला सरकार से निराश होकर मुख्यमंत्री आवास पर आत्मदाह कर रही है. क्या यही है ‘एन्काउंटर वाली‘ सरकार का खौफ, कि अपराधियों की जगह आज नारी आतंकित हो रही है.’
कांग्रेस प्रवक्ता द्विजेंद्र त्रिपाठी ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए इसकी उच्च स्तरीय जांच की मांग की. उन्होंने कहा कि अगर स्थानीय प्रशासन आरोपी भाजपा विधायक सेंगर के दबाव में ना आकर न्याय करता तो इतनी बड़ी घटना को टाला जा सकता था.
क्या है मामला
मालूम हो कि माखी थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली 18 वर्षीय एक युवती ने उन्नाव के बांगरमऊ से विधायक कुलदीप सेंगर और उनके भाइयों पर पिछले साल सामूहिकदुष्कर्म का आरोप लगाया था. अदालत के आदेश पर इस मामले में मुकदमा दर्ज किया गया था. आरोपितों के बजाय अपने पिता के खिलाफ कार्रवाई किये जाने से क्षुब्ध होकर कथित दुष्कर्म पीड़ित युवती ने कल मुख्यमंत्री आवास के पास आत्मदाह का प्रयास किया था. हालांकि, मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने उसे रोक लिया था.