दलित उत्पीड़न पर बसपा का प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिला
लखनऊ : दो अप्रैल को भारत बंद के दौरान अपने कार्यकर्ताओं तथा दलितों के कथित उत्पीड़न और उनके खिलाफ की गयी कार्रवाई के विरोध में आज बहुजन समाज पार्टी का एक प्रतिनिधि मंडल पार्टी महासचिव सतीश मिश्रा के नेतृत्व में मुख्यमंत्री से मिला. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने के बाद सतीश मिश्रा ने पत्रकारों को […]
लखनऊ : दो अप्रैल को भारत बंद के दौरान अपने कार्यकर्ताओं तथा दलितों के कथित उत्पीड़न और उनके खिलाफ की गयी कार्रवाई के विरोध में आज बहुजन समाज पार्टी का एक प्रतिनिधि मंडल पार्टी महासचिव सतीश मिश्रा के नेतृत्व में मुख्यमंत्री से मिला. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने के बाद सतीश मिश्रा ने पत्रकारों को बताया, हम मुख्यमंत्री से मिले और उन्हें दो अप्रैल को दलित संगठनों द्वारा आयोजित बंद के दौरान तोड़फोड़ और आगजनी के नाम पर बड़े पैमाने पर अनुसूचित जाति के लोगों, विशेषकर बसपा समर्थकों की गिरफ्तारी, उत्पीड़न तथा उनके घरों में तोड़फोड़ के बारे में उन्हें जानकारी दी.
बसपा महासचिव ब्रजेश मिश्रा ने कहा कि पुलिस की इस बर्बरतापूर्वक के कारण दलित समाज के गांव के गांव पलायन करने को मजबूर हो रहे है. विरोध प्रदर्शन करना जनता का लोकतांत्रिक अधिकार है. इस तरह लोगों को परेशान नहीं किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने उन्हें आश्वस्त किया है कि किसी भी निर्दोष को परेशान नहीं किया जायेगा.
ब्रजेश मिश्रा के साथ आये प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन भी सौंपा जिसकी एक कापी मीडिया को भी उपलब्ध करायी गयी है. इस ज्ञापन में कहा गया कि दो अनुसूचित जाति और जनजाति कानून को पूर्व की भांति प्रभावी बनाये रखने की मांग को लेकर दो अप्रैल को अनुसूचित जाति के लोगो ने भारत बंद का निर्णय लिया था, लेकिन उक्त आंदोलन को निष्प्रभावी बनाने के लिये तथा आंदोलन को बदनाम करने के लिये कुछ असमाजिक तत्वों द्वारा आंदोलन के नाम पर तोड़फोड़ और आगजनी की गयी, जिसकी निंदा बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती द्वारा उसी दिन की गयी थी. बसपा सांसद मिश्रा के साथ मुख्यमंत्री से मिलने वालो में बसपा के प्रदेश अध्यक्ष राम अचल राजभर और बसपा विधायक दल के नेता लाल जी वर्मा शामिल थे.