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उन्नाव गैंगरेप : एडीजी राजीव कृष्ण बोले – पीड़ित परिवार को पूरी सुरक्षा, आज शाम सरकार को सौंपेंगे रिपोर्ट

उन्नाव/लखनऊ/नयी दिल्ली : उन्नाव गैंपरेप कांड की जांच कर रही एसआइटी को हेड कर रहे लखनऊ जोन के एडीजी राजीव कृष्णा ने आज उन्नाव में कहा कि पीड़ित परिवार को पूरी सुरक्षा मुहैया करायी जाएगी. उन्होंने कहा कि इस परिवार का एक रिश्तेदार दिल्ली में रहता है और अब यह निर्णय वे ले सकते हैं […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 11, 2018 11:51 AM

उन्नाव/लखनऊ/नयी दिल्ली : उन्नाव गैंपरेप कांड की जांच कर रही एसआइटी को हेड कर रहे लखनऊ जोन के एडीजी राजीव कृष्णा ने आज उन्नाव में कहा कि पीड़ित परिवार को पूरी सुरक्षा मुहैया करायी जाएगी. उन्होंने कहा कि इस परिवार का एक रिश्तेदार दिल्ली में रहता है और अब यह निर्णय वे ले सकते हैं कि वे उन्नाव में रहना चाहते हैं या दिल्ली में. उन्होंने कहा कि कानून के तहत परिवार की रक्षा की जाएगी वे उन्नाव में चाहते हैं तो यह उनकी सुरक्षा की जाएगी. उन्होंने कहा कि आज शाम वे इस संबंध में राज्य सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे. उन्होंने कहा कि मामले की सभी एंगल से जांच की जाएगी. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि एसआइटी पर कोई दबाव नहीं है और वह स्वतंत्र होकर काम कर रही है.

उन्नाव गैंगरेप की जांच के लिए कल गठित एसआइटी की टीम आज उन्नावपहुंची और पीड़ित परिवार से मिली. शाम तक वह अपनी रिपोर्ट सरकार को देगी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस संबंध में आज शाम तक रिपोर्ट मांगी है. पीड़िता ने आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील की कि वे मुझे न्याय दिलायें. उन्होंने कहा कि उन्हें पानी नहीं पीने दिया जा रहा है और मोबाइल तक चार्ज नहीं हो रहा है न ही टीवी चल रहा है. उन्होंने कहा कि डीएम ने मुझे एक कमरे में सीमित कर दिया है, वे मुझे पानी तक उपलब्ध नहीं करा रहे हैं. मैं सिर्फ यह चाहती हूं कि अपराधी को सजा मिले. वहीं आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर की पत्नी संगीता सेंगर ने आज लखनऊ में डीजीपी ओपी सिंह से मुलाकात की और अपने पति को न्याय दिलाने की मांग की. संगीता सेंगर का कहना है कि उनके पति बेकसूर हैं और उन्हें बेवजह इस मामले में फंसाया जा रहा है.

गौरतलब है कि कल इस मामले की जांच के लिए एसआइटी गठित कर दी गयी थी. आज एसआइटी की टीम उन्नाव गयी. वहीं कल सुप्रीम कोर्ट में एक अर्जी दायर कर यह मांग की गयी कि उन्नाव गैंगरेप और पीड़िता के पिता की मौत की सीबीआइ जांच करायी जाये. वकील मनोहर लाल शर्मा की ओर से दायर अर्जी में आरोप लगाया गया कि ‘ सत्ताधारी पार्टी ‘ के इशारे पर बलात्कार पीड़िता के पिता को पुलिस हिरासत में यातना दी गयी और मार डाला गया. शर्मा ने अपनी जनहित याचिका में मांग की कि सीबीआइ को मामले की जांच के निर्देश दिये जाये. सुप्रीम कोर्ट याचिका पर सुनवाई को तैयार हो गयी है.

उन्होंने यह मांग भी कि पिछले साल जुलाई में भाजपा विधायक एवं उनके सहयोगियों की ओर से नाबालिग लड़की के कथित अपहरण और बलात्कार और बीते नौ अप्रैल को उसके पिता की यातना के कारण हिरासत में हुई मौत के मामले में आईपीसी के विभिन्न प्रावधानों के तहत मुकदमा चलाया जाये. पीड़िता को सुरक्षा दिये जाने और मुआवजे की मांग भी याचिका में की गयी है. अगले सप्ताह इस मामले में सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करेगा.

सेंगर के भाई की कल हुई गिरफ्तारी
इस मामले में बलात्कार के आरोपी भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के भाई अतुल सिंह सेंगर को कल मंगलवार सुबह उन्नाव से गिरफ्तार किया गया और उन पर अन्य धाराओं के अतिरिक्त हत्या की धारा आईपीसी 302 भी जोड़ी गयी है. अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) आनंद कुमार ने कहा कि प्रकरण से जुड़े सभी पहलुओं की जांच एसआईटी करेगी. डीआईजी (कानून व्यवस्था) प्रवीन कुमार ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि एसआईटी टीम एडीजी लखनऊ जोन की देखरेख में काम करेंगी. अपराध शाखा की इस टीम में डीएसपी स्तर की एक महिला अधिकारी तथा अन्य पुलिस कर्मी है. उन्नाव पुलिस इसकी जांच में मदद करेगी. टीम सीधे एडीजी लखनऊ को रिपोर्ट करेगी तथा अगर जांच के लिये किन्ही प्रोफेशनल की जरूरत पड़ी तो यह टीम उन्हें भी जांच में शामिल कर सकती है। यह टीम किसी को भी पूछताछ के लिए बुला सकेगी.
मानवाधिकार आयोग ने सरकार से मांगी रिपोर्ट
उधर दूसरी तरफ उन्नाव में बलात्कार पीड़िता के पिता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत को लेकर मीडिया में आयी खबरों पर स्वत: संज्ञान लेते हुए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने उत्तर प्रदेश सरकार को नोटिस भेजकर चार सप्ताह में विस्तृत रिपोर्ट मांगी है.
आयोग ने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को नोटिस भेजकर इस प्रकरण पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी गयी है. यह भी पूछा गया है कि प्राथमिकी दर्ज करने से इंकार करने वाले पुलिस अधिकारियों के खिलाफ क्या कार्रवाई की गयी है. आयोग ने कहा कि यदि आरोप सही हैं तो यह पीड़िता के परिवार के मानवाधिकार हनन का गंभीर मुद्दा बनता है. डीआईजी प्रवीण कुमार ने बताया कि पिटाई के इस मामले में सोमवार को गिरफ्तार किये गये सोनू, बउवा, विनीत और शैलू के खिलाफ भी अन्य धाराओं के साथ धारा 302 भी जोड़ दी गयी है.
विधायक ने आरोपों से किया इनकार
इस बीच भाजपा विधायक कुलदीप सेंगर ने आरोपों से इनकार करते हुए इसे अपने विरोधियों की साजिश बताया. उन्होंने कहा कि वह इस मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग करते है ताकि सच्चाई सामने आ सके. इससे पहले अपर पुलिस महानिदेशक ने कहा कि इस प्रकरण में अभी किसी को क्लीन चिट नहीं दी गयी है तथा जो भी दोषी पाया जायेगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी. गौरतलब है कि पीड़िता के पिता की सोमवार को उन्नाव में हिरासत में मौत हो गयी थी जिसके बाद पीड़िता ने आरोप लगाया कि विधायक के इशारे पर उसके पिता की जेल में हत्या की गयी है. उन्नाव के मुख्य चिकित्साधिकारी एस पी चौधरी ने बताया कि पीड़िता के पिता की मौत संभवत: सदमे और से​प्टीसीमिया की वजह से हुई.
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