लखनऊ : भारतीय जनता पार्टी ने आज कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के संसद में 15 मिनट बोलने की चुनौती वाले बयान पर चुटकी लेते हुए कहा कि राहुल बिना पर्ची पढ़े लगातार 15 मिनट बोल ही नहीं सकते हैं. ऐसे में प्रधानमंत्री को चुनौती देना हास्यास्पद है. भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने आज कहा कि अमेठी में विद्यार्थियों के विकास से जुड़े वाजिब प्रश्नों पर राहुल गांधी, मोदी और योगी पर जवाबदेही टालकर बचने का प्रयास कर रहे थे, जबकि राहुल को जवाब देना चाहिए कि आजादी के बाद अमेठी और रायबरेली संसदीय निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व सर्वाधिक गांधी परिवार ने ही किया है और देश में सबसे ज्यादा समय तक केन्द्र में सत्ता संचालन भी गांधी परिवार ने ही किया है. इसके बावजूद अमेठी और रायबरेली में बुनियादी सुविधाओं का अभाव क्यों रहा है.
उन्होंने सवाल किया कि अमेठी और रायबरेली के विकास के लिए या समस्याओं के लिए समाधान के लिए कांग्रेस अध्यक्ष ने कितनी बार मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री को पत्र लिखे हैं या मिलकर समस्या समाधान का आग्रह किया है? राहुल गांधी सांसद के तौर पर अपने निर्वाचन क्षेत्र की समस्याओ को उठाने में विफल रहे हैं. त्रिपाठी ने कहा कि केन्द्र और राज्य में भाजपा सरकार बनने के बाद विकास की योजनाएं अमेठी और रायबरेली पहुंचना शुरू हुई है. पिछले लोकसभा चुनावों में ही अमेठी में राहुल गांधी को कड़ी टक्कर मिली थी. गौरतलब है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कल अमेठी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर तंज करते हुए कहा था कि राफेल सौदे और नीरव मोदी मामलों पर उनके पास लोकसभा में 15 मिनट का भाषण देने का समय नहीं है. अगर ऐसा हुआ भी तो वह सदन में खड़े नहीं हो पायेंगे.
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