‘डेंजर किलर प्वाइंट’ बना यमुना एक्सप्रेस-वे, फिर गयी तीन युवकों की जान
मथुरा : उत्तर प्रदेश के मथुरा जनपद में आज तड़के यमुना एक्सप्रेस-वे पर हुए हादसे में बाइक सवार तीन युवकों की मौके पर ही मौत हो गयी. पुलिस के अनुसार, हरियाणा के पलवल निवासी तीन युवक आज तड़के बाइक से आगरा की ओर जा रहे थे. रास्ते में महावन थाना क्षेत्र में किमी संख्या – […]
मथुरा : उत्तर प्रदेश के मथुरा जनपद में आज तड़के यमुना एक्सप्रेस-वे पर हुए हादसे में बाइक सवार तीन युवकों की मौके पर ही मौत हो गयी. पुलिस के अनुसार, हरियाणा के पलवल निवासी तीन युवक आज तड़के बाइक से आगरा की ओर जा रहे थे. रास्ते में महावन थाना क्षेत्र में किमी संख्या – 117 के समीप तेजी से आ रही एक कार ने उनकी बाइक को पीछे से टक्कर मार दिया. हादसे में बाइक सवार तीनों युवकों की मौके पर ही मौत हो गई.
उन्होंने बताया कि दुर्घटना के बाद कार चालक मौके पर फरार हो गया. पुलिस ने तीनों शवों को मुर्दाघर में रखवा दिया है. तीनों के पहचान की कोशिश की जा रही है. नौ अगस्त, 2012 को शुरू हुए यमुना एक्सप्रेस वे पर हादसों का दौर खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. शुरुआती दिनों में एक्सप्रेस वे पर सफर करने वाले लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रख कर गति पर नियंत्रण रखने के लिए नियम लागू करने के वादे किए गए थे. ये वादे कुछ दिनों में ही हवा-हवाई साबित हुए. एक्सप्रेस वे पर सबसे ज्यादा हादसे टायर फटने व अनियंत्रित गति के कारण हुए. इसमें कई लोगों की मौत भी हो चुकी हैं.
पिछले वर्ष इसी एक्सप्रेस वे पर जीरो प्वाइंट से जेवर टोल प्लाजा के बीच दस गाड़ियां एक रात में ही आपस में टकरा गई थीं. इसमें एक बच्चे की मौत व करीब आधा दर्जन लोग घायल हुए थे. इस मार्ग पर सफर करने वाले लोगों का जीवन दांव पर लगा रहता है. यमुना एक्सप्रेस की देखरेख करने वाली कंपनी जेपी समूह के मैनेजमेंट में भी कई खामियां हैं. जिसे दूर करने की आवश्यकता है. जीरो प्वाइंट से आगरा के बीच करीब 165 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेस वे पर होने वाले हादसे के शिकार लोगों को सीधा ग्रेटर नोएडा लाया जाता है.
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