अयोध्या : ”योगी” राज में ”साधु” ने की पुलिस स्टेशन में आत्मदाह की कोशिश, इलाज के दौरान हुई मौत
लखनऊ / अयोध्या : उत्तर प्रदेश में ‘योगी’ राज है. मुख्यमंत्री के पद पर योगी आदित्यनाथ काबिज हैं. ऐसे में एक साधु का पुलिस स्टेशन पर आत्मदाह किये जाने का मामला चर्चा का विषय बना हुआ है. ‘योगी राज’ में एक साधु ने पुलिस की कथित निष्क्रियता का आरोप लगाते हुए पुलिस स्टेशन में ही […]
लखनऊ / अयोध्या : उत्तर प्रदेश में ‘योगी’ राज है. मुख्यमंत्री के पद पर योगी आदित्यनाथ काबिज हैं. ऐसे में एक साधु का पुलिस स्टेशन पर आत्मदाह किये जाने का मामला चर्चा का विषय बना हुआ है. ‘योगी राज’ में एक साधु ने पुलिस की कथित निष्क्रियता का आरोप लगाते हुए पुलिस स्टेशन में ही आत्मदाह की कोशिश की. इससे वह करीब 70 फीसदी झुलस गया, जिसकी इलाज के दौरान लखनऊ में मौत हो गयी.
जानकारी के मुताबिक, अपने सामान की चोरी के मामले की छानबीन में पुलिस की कथित निष्क्रियता का विरोध कर रहे एक साधु ने पुलिस थाने में ही आत्मदाह की कोशिश की, जिससे उनकी मौत हो गयी. इसके बाद इस मामले में एक एसएचओ सहित तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया. पुलिस ने यह जानकारी दी.
मध्य प्रदेश के भोपाल के रहनेवाले रामदास त्यागी रविवार को हनुमानगढ़ी मंदिर गये थे और वहां किसी ने उनका बैग छीन लिया, जिसमें करीब 4,000 रुपये थे. त्यागी ने आरोप लगाया था कि पुलिस ने मामले में प्राथमिकी दर्ज नहीं की. उन्होंने राम जन्मभूमि पुलिस थाना परिसर में मंगलवार को आत्मदाह करने की कोशिश की. पुलिस ने बताया कि आत्मदाह की कोशिश में वह 70 फीसदी झुलस गये और उन्हें लखनऊ ट्रामा सेंटर भेजा गया, जहां आज सुबह उन्होंने दम तोड़ दिया.
इस संबंध में फैजाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुभाष सिंह बघेल ने बताया, ‘‘मैंने एसएचओ सहित तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है और साधु का केस दर्ज करने के आदेश दिये हैं.’ उन्होंने कहा कि शव को पोस्टमॉर्टम के बाद भोपाल भेज दिया गया. विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने इस मामले में पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है. विहिप के प्रवक्ता शरद शर्मा ने कहा, ‘‘साधु को ऐसा कदम उठाने के लिए विवश किया गया, क्योंकि पुलिस उनकी शिकायत दर्ज नहीं कर रही थी. इसके लिए जिम्मेदार पुलिसकर्मियों को कड़ी सजा दी जानी चाहिए.’