कर्नाटक चुनाव : योगी आदित्यनाथ ने किया प्रचार, कहा- कांग्रेस की मानसिकता ‘जेहादी”
लखनऊ / सिरसी : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा का प्रचार करते हुए लोगों से कांग्रेस की ‘विभाजनकारी’ राजनीति एवं ‘जेहादी मानसिकता’ को खारिज करने को कहा. उन्होंने यहां एक रैली में कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया पर समाज को बांटनेवाली ‘सबसे भ्रष्ट पारी’ खेलने का आरोप लगाया. […]
लखनऊ / सिरसी : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा का प्रचार करते हुए लोगों से कांग्रेस की ‘विभाजनकारी’ राजनीति एवं ‘जेहादी मानसिकता’ को खारिज करने को कहा. उन्होंने यहां एक रैली में कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया पर समाज को बांटनेवाली ‘सबसे भ्रष्ट पारी’ खेलने का आरोप लगाया. आदित्यनाथ ने कहा, ‘‘मैं आपसे यहां यह आह्वान करने आया हूं कि कांग्रेस की विभाजनकारी राजनीति, जेहादी मानसिकता, आतंकवाद एवं भ्रष्टाचार में मदद देने की नीतियों को पूरी तरह खारिज कर दें.”
उन्होंने सिद्धरमैया पर निशाना साधते हुए दावा किया कि राज्य में पिछले पांच सालों में हुई 23 भाजपा कार्यकर्ताओं की ‘जेहादी’ हत्याएं कांग्रेस पार्टी की कथित विभाजनकारी राजनीति का ‘सबूत’ है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘इस समय कर्नाटक की कांग्रेस सरकार एवं सबसे भ्रष्ट पारी खेल रहे उसके मुख्यमंत्री समाज को बांटने की सबसे बुरी कोशिश कर रहे हैं.” उन्होंने कहा कि वह राज्य में कांग्रेस की ‘विभाजनकारी’ नीतियों पर लगाम लगाने के लिए आये हैं.
आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश और कर्नाटक में तुलना करते हुए कहा कि उनके राज्य में कोई जेहादी तत्व अपना सिर नहीं उठा सकता. उन्होंने कहा, ‘‘यह सरकार किसानों, व्यवसायियों, नागरिकों एवं भाजपा कार्यकर्ताओं के पक्ष में खड़ी होती और उनके साथ न्याय करती नहीं दिखती. यह सरकार अराजकता को बढ़ावा दे रही है.” आदित्यनाथ ने सिद्धरमैया पर किसानों की आत्महत्याओं को लेकर भी हमला किया और कहा कि उनकी सरकार के ‘उदासीन’ रवैये के कारण किसानों के हितों की अनदेखी की गयी. उन्होंने कहा, ‘‘इस समय सिद्धरमैया सरकार कर्नाटक को अपने एटीएम की तरह इस्तेमाल कर रही है. इसलिए मैं आपसे यह कहने यहां आया हूं कि कांग्रेस मुक्त कर्नाटक वक्त की जरूरत है.”
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि राम जब जंगलों में घूम रहे थे, तब कर्नाटक में ही उन्हें अपना सबसे वफादार भक्त हनुमान मिला था. उन्होंने कहा, ‘‘वह हनुमान थे, जिन्होंने रामराज्य की स्थापना में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभायी थी.” आदित्यनाथ ने कहा, ‘‘हमारी परंपरा ऐसी रही है कि हम समाज को बांटने में विश्वास नहीं करते. यह उत्तर को दक्षिण से, पूर्व को पश्चिम से जोड़ती है. हम भारत को हमेशा एक एकजुट देश के रूप में देखते हैं, क्योंकि हम ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ में विश्वास करते हैं.”