जिन्ना तस्वीर विवाद : AMU के पूर्व कुलपति ने कहा, यूनिवर्सिटी के छात्र न तो राष्ट्रविरोधी और न ही पाक समर्थक
लखनऊ / नयी दिल्ली : अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के पूर्व कुलपति (सेवानिवृत्त) लेफ्टिनेंट जनरल जमीरुद्दीन शाह ने कहा है कि इस विश्वविद्यालय के छात्र राष्ट्र विरोधी नहीं हैं और पाकिस्तान के समर्थन वाली भावना भी नहीं रखते हैं. कुलपति का यह बयान विश्वविद्यालय परिसर में जिन्ना की एक तस्वीर को लेकर उपजे विवाद के […]
लखनऊ / नयी दिल्ली : अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के पूर्व कुलपति (सेवानिवृत्त) लेफ्टिनेंट जनरल जमीरुद्दीन शाह ने कहा है कि इस विश्वविद्यालय के छात्र राष्ट्र विरोधी नहीं हैं और पाकिस्तान के समर्थन वाली भावना भी नहीं रखते हैं. कुलपति का यह बयान विश्वविद्यालय परिसर में जिन्ना की एक तस्वीर को लेकर उपजे विवाद के बीच आया है. पाकिस्तान के संस्थापक जिन्ना की तस्वीर विश्वविद्यालय के छात्र संघ के कार्यालय में होने की वजह से विश्वविद्यालय में विरोध प्रदर्शन और हिंसा भड़क उठी थी. विश्वविद्यालय में भड़की हिंसा के चार दिन बीतने के बाद भी विश्वविद्यालय के छात्र शैक्षणिक गतिविधियों का बहिष्कार करते हुए अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं.
शाह ने कहा कि यदि अलीगढ़ के सांसद सतीश गौतम ने विश्वविद्यालय के अधिकारियों के समक्ष मुद्दे को उठाया था, तो इस मामले को सौहार्दपूर्ण तरीके से सुलझाया जा सकता था. सांसद एएमयू कोर्ट के सदस्य भी हैं. गौतम ने एएमयू के अधिकारियों को जो पत्र लिखा, उसे साधारण पोस्ट से भेजा, जिसे विश्वविद्यालय पहुंचने में पांच दिन लग गये. शाह ने कहा कि इस बीच सांसद ने इस पत्र को प्रेस और दक्षिणपंथियों में जारी कर दिया, जिससे यह मामला पेचीदा हो गया.
एएमयू में जिन्ना की तस्वीर चाहनेवाले मुसलमान अपने पूर्वजों का कर रहे हैं अपमान : मंत्री
इससे पहले जिन्ना विवाद में दखल देते हुए केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने कहा कि पाकिस्तान के संस्थापक की तस्वीर को अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में लगाने का समर्थन करनेवाले मुसलमान अपने पूर्वजों का अपमान कर रहे हैं, जिन्होंने जिन्ना की विचारधारा को ठुकरा दिया था. विदेश राज्यमंत्री ने सोशल मीडिया पर लिखे एक पोस्ट में कहा कि आज अपने पूर्वजों के कारण वे भारतीय हैं. अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) में मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर पर विवाद छिड़ गया था, जिसे भाजपा नेताओं ने हटाने की मांग की है. उनका कहना है कि जनता के धन से बने संस्थान में भारत विभाजन के जिम्मेदार व्यक्ति की तस्वीर लगाना स्वीकार्य नहीं है.
उधर, उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडेय ने भी इसी मुद्दे पर अलीगढ़ में कहा कि जिन्ना ने देश को बर्बाद किया था. वीके सिंह ने कहा, ‘‘अगर आप मुसलमान नहीं है और इस कारण तस्वीर लगाने का समर्थन करते हैं कि इसके खिलाफ प्रदर्शन आपकी स्वतंत्रता को खत्म करता है, तो आपको सोचना चाहिए कि क्या आप अपने घर की दीवारों पर ऐसे व्यक्ति की तस्वीर लगाना चाहेंगे, जिसके हाथ आपके सगे लोगों के खून से सने हों.’ मंत्री ने कहा, ‘‘नि:संदेह स्वतंत्रता हर किसी का अधिकार है. लेकिन, हम भूल जाते हैं कि इसे हासिल करने के लिए कितने लोगों ने खून बहाया. आप जिस तरीके से अपनी स्वतंत्रता का इस्तेमाल कर रहे हैं, क्या उससे वे गौरवान्वित महसूस करेंगे?’
पूर्व सेना प्रमुख ने कहा, ‘‘अगर आप मुसलमान हैं और अपनी दीवारों पर जिन्ना की तस्वीर देखना चाहते हैं, तो यह आपके पूर्वजों का घोर अपमान है, जिन्होंने उनकी विचारधारा ठुकरा दी थी. आप उनके कारण आज भारतीय हैं.’ उधर, उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडेय ने अलीगढ़ में कहा कि जिन्ना ने देश को बर्बाद किया था. साथ ही उन्होंने कहा कि बंटवारे के समय हिंदू, मुस्लिम, सिख एवं ईसाई सभी वर्गों को भारी नुकसान हुआ था. उन्होंने कहा कि जितने भी महापुरुष भारत देश में पैदा हुए उन्होंने सुशासन की स्थापना के लिए काम किया था.