राज्यपाल राम नाइक करेंगे ””दिल्ली की बुलबुल”” का विमोचन

लखनऊ: सरकारी दफ्तर में दिन भर मोटी-मोटी फाइलों और नीतिगत फैसलों से उलझे रहने के बावजूद प्रदेश की वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अनीता भटनागर पर्यावरण और नैतिक शिक्षा जैसे सामाजिक सरोकार के विषयों के साथ अपना नाता बनाये हुए हैं. उत्तर प्रदेश कैडर की 1985 बैच की अधिकारी अपर मुख्य सचिव (प्रशिक्षण) अनीता भटनागर की पहली […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 7, 2018 4:13 PM

लखनऊ: सरकारी दफ्तर में दिन भर मोटी-मोटी फाइलों और नीतिगत फैसलों से उलझे रहने के बावजूद प्रदेश की वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अनीता भटनागर पर्यावरण और नैतिक शिक्षा जैसे सामाजिक सरोकार के विषयों के साथ अपना नाता बनाये हुए हैं. उत्तर प्रदेश कैडर की 1985 बैच की अधिकारी अपर मुख्य सचिव (प्रशिक्षण) अनीता भटनागर की पहली पुस्तक/कहानी संग्रह ”दिल्ली की बुलबुल” का विमोचन कल आठ मई को राज्यपाल राम नाइक करेंगे.

अनीता ने आज मीडिया को बताया कि पुस्तक में पर्यावरण और नैतिकता पर आधारित कहानियां हैं. नाम ‘दिल्ली की बुलबुल’ इसलिये रखा गया है क्योंकि उसमें मौजूदा हालात में इंसान और पशुओं के गहरे संबंध तथा मिलकर काम करने का संदेश है. लेखिका कहती हैं, पर्यावरण प्रदूषण की चिंता करने की जिम्मेदारी सरकार और नगर निगम से पहले हमारी है. हम बच्चे हैं, तब भी यह जिम्मेदारी हमारी ही है, क्योंकि क्योंकि अच्छी आदतें बचपन से बनती हैं.

भटनागर बताती हैं कि पर्यावरण की चिंता उन्हें हमेशा से है. कानपुर की जिलाधिकारी रहते हुए उन्होंने वर्ष 2000 में गंगा के घाटों की सफाई शुरू करायी थी. इस दौरान उन्होंने एक लघु फिल्म ‘अवर अर्थ अवर होम’ हिन्दी और अंग्रेजी भाषा में बनाई जिसे यूनेस्को में दिखाया गया. यह पूछने पर कि दिन भर फाइलों और नीतिगत फैसलों में उलझे होने के बावजूद वह लिखने के लिए वक्त कैसे निकालती हैं, अधिकारी ने कहा मुझे जब भी खाली समय मिलता, मैं पर्यावरण संबंधी अनुभवों को कागज पर उतार लेती. अब वही कागज किताब की शक्ल ले चुके हैं.

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