कुलदीप सिंह सेंगर की पत्नी को आया कॉल: एक करोड़ दो, सीबाआई से मैनेज करा देंगे केस

लखनऊ : जहां एक ओर उन्नाव गैंगरेप केस की जांच कर रही सीबीआई ने भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर लगे दुष्‍कर्म के आरोपों की पुष्टि कर दी है. वहीं दूसरी ओर मामले को लेकर एक अन्य खबर आ रही है. ‘जी हां’ दुष्कर्म के आरोपित भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को आरोपों से बरी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 11, 2018 8:27 AM

लखनऊ : जहां एक ओर उन्नाव गैंगरेप केस की जांच कर रही सीबीआई ने भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर लगे दुष्‍कर्म के आरोपों की पुष्टि कर दी है. वहीं दूसरी ओर मामले को लेकर एक अन्य खबर आ रही है. ‘जी हां’ दुष्कर्म के आरोपित भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को आरोपों से बरी कराने के नाम पर दो युवकों ने उनकी पत्‍‌नी से एक करोड़ रुपये की डिमांड की थी. आरोपितों ने सीबीआइ से डील कराने का झांसा दिया और कई बार फोन पर बातचीत की. इस बीच शक होने पर घरवालों ने इसकी शिकायत गाजीपुर थाने में की. मामले को लेकर एसएसपी दीपक कुमार बताया कि पुलिस ने दो युवकों को गिरफ्तार किया है. आरोपितों ने रुपये कमाने के लिए साजिश के तहत इस कृत्य को अंजाम दिया.

सीओ गाजीपुर की मानें तो पांच मई को विधायक की पत्‍‌नी के पास अंजान नंबर से फोन आया था. फोन करने वाले ने खुद को भाजपा का वरिष्ठ नेता बता रहे थे. बातचीत के दौरान आरोपित ने कहा कि ‘आप बहुत परेशान हैं पूरे मामले को लेकर.. आप मुझे एक करोड़ रुपये दीजिए, मैं सीबीआई से केस मैनेज करने का काम कर दूंगा. यह बात सुनकर विधायक की पत्‍‌नी ने फोन काट दिया. बताया जा रहा है कि छह मई को दोबारा फोन आया. फोन करने वाले ने कहा कि उसकी सीबीआई में अच्छी धाक है. उसने कुछ लोगों से बात की है. रुपये देकर सबकुछ मैनेज किया जा सकता है. छह मई को आरोपित और संगीता के बीच कुल छह बार फोन पर बात हुई जिसके बाद संगीता ने परिवार के अन्य सदस्यों को मामले की जानकारी दी.

पुलिस के अनुसार बातचीत के दौरान आरोपित ने संगीता से कहा कि अगर आप एक करोड़ रुपये नहीं दे सकतीं तो 50 लाख की व्यवस्था ही कर दो. यही नहीं, आरोपित ने शेष 50 लाख रुपये अपने पास से लगाने की बात भी बातचीत के दौरान कही. इतना सुनकर विधायक के घरवालों ने इसकी जांच शुरू की. 50 लाख रुपये लेने के लिए आरोपितों ने पहले जानकीपुरम सहारा स्टेट के पास आने के लिए कहा. पूछने पर आरोपितों ने कहा कि अकेले में रुपये लेकर आना… बाद में उन्होंने कहा कि रुपये सीबीआई के दफ्तर लेकर पहुंचो.

विधायक के परिवारवालों ने जब फोन पर पूछताछ की तो आरोपित थोड़ा घबरा गये. वे कभी खुद को सीबीआइ का अफसर तो कभी भाजपा का वरिष्‍ठ नेता बता रहे थे जिससे घरवालों को शक हुआ. बुधवार को विधायक की पत्नी ने गाजीपुर थाने में मामले की शिकायत दर्ज करायी. पुलिस ने एफआइआर दर्ज कर सर्विलांस के जरिए छानबीन की तो उक्त मोबाइल नंबर देवरिया खुर्द, चिनहट निवासी विजय रावत और सूर्य मऊ गोसाईगंज निवासी आलोक द्विवेदी का निकला जिसके बाद पुलिस ने गुरुवार को आलोक और विजय को पॉलीटेक्निक चौराहे के पास दबोचा.

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