कर्नाटक चुनाव 2018 : नतीजों से पूर्व शशि थरूर ने जेडीएस को लेकर दिया ये बड़ा बयान
लखनऊ : कांग्रेस सांसद एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर ने आज कहा कि देश भाजपा के हाथ में सुरक्षित नहीं है. उन्होंने कहा कि अब ऐसा राष्ट्र बनाने का समय आ गया है जो उत्पादक, सुरक्षित और समृद्ध हो. थरूर ने यहां एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा, दुर्भाग्यवश राजग के पिछले चार वर्ष के […]
लखनऊ : कांग्रेस सांसद एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर ने आज कहा कि देश भाजपा के हाथ में सुरक्षित नहीं है. उन्होंने कहा कि अब ऐसा राष्ट्र बनाने का समय आ गया है जो उत्पादक, सुरक्षित और समृद्ध हो. थरूर ने यहां एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा, दुर्भाग्यवश राजग के पिछले चार वर्ष के शासनकाल में हमने जो कुछ देखा, उससे नहीं लगता कि यह देश मौजूदा सरकार के हाथ में सुरक्षित है.
कर्नाटक विधानसभा के चुनावी नतीजों के बारे मे पूछे गये एक सवाल के जवाब में थरूर ने कहा, ‘मैंने कुछ एक्जिट पोल देखे हैं, लेकिन मुझे उन पर भरोसा नहीं है. अंतत: महत्वपूर्ण वही होगा जो मतगणना के दिन 15 मई को सामने आयेगा. कुछ एक्जिट पोल ने अनुमान लगाया है कि भाजपा और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर है और जेडीएस ‘किंगमेकर’ की भूमिका में हो सकता है. थरूर ने कहा कि मुकाबले में तीन दल हैं. अगर सीधी टक्कर होती तो जवाब देना ज्यादा आसान होता, लेकिन हमें लगता है कि दक्षिण कर्नाटक की कुछ सीटें जेडीएस के खाते में जायेंगी. हम किसी भी स्थिति के लिए तैयार हैं.
शशि थरूर ने कहा कि सच्चाई तो ये है कि कर्नाटक में वह जितने कांग्रेसजन या कार्यकर्ताओं से मिले, उनमें से किसी को संदेह नहीं है कि हम ही सबसे बड़े दल के रूप में उभरेंगे. इसे लेकर उनमें पूरा विश्वास है. अगर आप किसी एक दल को पूर्ण बहुमत मिलने की बात कीजिए तो यह जानने के लिए 15 मई का इंतजार करना होगा.
इस सवाल पर कि क्या उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कर्नाटक में प्रचार से भाजपा को मदद मिलेगी, थरूर ने कहा कि कुछ मठों के कुछ लोग हो सकता है कि उन्हें समर्थन करते हों, लेकिन उनका प्रचार पूरी तरह विफल रहा है. ये सवाल भी भाजपा के भीतर से ही उठ रहे हैं कि जब उत्तर प्रदेश में प्राकृतिक आपदा हुई तो वह कर्नाटक में क्या कर रहे थे.
थरूर यहां आल इंडिया प्रोफेशनल कांग्रेस के कार्यक्रम में हिस्सा लेने आये थे. भाजपा द्वारा पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम पर हमला बोलने के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि रक्षा मंत्री (निर्मला सीतारमण) एक पूर्व मंत्री पर इस तरह के आरोप लगा रही हैं. अगर रक्षा मंत्री प्रेस से बात कर रही हैं तो हम चाहेंगे कि वह राफेल, डोकलाम के बारे में जवाब दें. वह जवाब दें कि कश्मीर में हिंसा और सीमा पार आतंकवाद बढ़ने के बावजूद देश खुद को इन स्थितियों से निपटने के लिए बेहतर ढंग से कैसे तैयार कर पायेगा.