योगी सरकार योग दिवस पर बांटेगी किट
लखनऊःप्रदेश की योगी सरकार आगामी योग दिवस पर, इसमें हिस्सा लेने वाले प्रतिभागियों को किट देगी. इसके लिए योगी सरकार ने तैयारियां पूरी कर ली है. पिछले साल भी राजधानी में हुए अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस में योगी सरकार ने प्रतिभागियों को किट दी थी. असल में केन्द्र सरकार के आदेश पर भाजपा शासित राज्यों मे […]
लखनऊःप्रदेश की योगी सरकार आगामी योग दिवस पर, इसमें हिस्सा लेने वाले प्रतिभागियों को किट देगी. इसके लिए योगी सरकार ने तैयारियां पूरी कर ली है. पिछले साल भी राजधानी में हुए अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस में योगी सरकार ने प्रतिभागियों को किट दी थी.
असल में केन्द्र सरकार के आदेश पर भाजपा शासित राज्यों मे योग दिवस का आयोजन आगामी 21 जून को किया जा रहा है.
राजभवन में होने वाले इस कार्यक्रम में पांच सौ से ज्यादा लोगों के हिस्सा लेने की उम्मीद की जा रही है. जबकि राजधानी के कई हिस्सों में होने वाले कार्यक्रम में हजारों की संख्या में लोगों के शामिल होने की उम्मीद की जा रही है. लिहाजा इसे प्रमोट करने के लिए योगी सरकार ने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस में हिस्सा लेने वाले प्रतिभागियों को एक खास फ्री किट देने का फैसला किया है.
इस किट में पानी की बोतल और मैट के साथ ही कुछ जरूरी सामान होंगे. योगी सरकार योग दिवस के जरिए अगले साल इलाहाबाद में होने वाले कुंभ का प्रचार प्रसार करेगी. इस बारे में खादी और लघु उद्योग विभाग के प्रमुख सचिव नवनीत सहगल ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस राजभवन में मनाया जाएगा, जहां केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह और राज्यपाल राम नाईक चीफ गेस्ट होंगे.
उन्होंने कहा कि ऐसा पहली बार होगा जब विभाग योग किट बांटेगा. सहगल ने बताया कि सरकार द्वारा दिए जाने वाले रोब पर जनवरी में होने वाले कुंभ का लोगो भी बना होगा. उन्होंने कहा कि योगी सरकार योग और कुंभ दोनों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रमोट करना चाहती है.
सहगल ने कहा कि खादी के कपड़ों का योग दिवस पर इस्तेमाल किए जाने से एक फायदा यह भी होगा कि इससे खादी इंडस्ट्री का प्रचार होगा और इससे बनने वाले कपड़े लोगों के बीच में मशहूर होंगे. पिछले साल लखनऊ में आयोजित योग दिवस में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हिस्सा लिया था और इसमें हजारों की संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया था. इसके अलावा राज्य के कई हिस्सों में भी योग दिवस आयोजित किया गया था और मुरादाबाद और रामपुर में अच्छी संख्या में मुस्लिम समाज के लोगों ने भी हिस्सा लिया था.