मुन्ना बजरंगी के डॉन बनने की पूरी कहानी, बीजेपी नेता को मारी थी 100 गोलियां
लखनऊ : उत्तर प्रदेश के कुख्यात डॉन मुन्ना बजरंगी की आज सुबह बागपत जेल में हत्या कर दी गयी. इस हत्या का आरोप दूसरे डॉन सुनील राठी पर लग रहा है. बताया जा रहा है कि आज मुन्ना बजरंगी की रेलवे से जुड़े एक मामले में कोर्ट में पेशी होनी थी, लेकिन उसके पहले ही […]
लखनऊ : उत्तर प्रदेश के कुख्यात डॉन मुन्ना बजरंगी की आज सुबह बागपत जेल में हत्या कर दी गयी. इस हत्या का आरोप दूसरे डॉन सुनील राठी पर लग रहा है. बताया जा रहा है कि आज मुन्ना बजरंगी की रेलवे से जुड़े एक मामले में कोर्ट में पेशी होनी थी, लेकिन उसके पहले ही उसे गोलियों से भून दिया गया. मुन्ना बजरंगी का शव खून से लथपथ जेल में वहां मिला जहां कैदी हाथ-मुंह धोते थे. सूत्रों के हवाले से ऐसी खबरें आ रहीं हैं कि यह पूरी तरह से राजनीतिक षडयंत्र का परिणाम है और इस हत्या से योगी आदित्यनाथ की सरकार की किरकिरी हो रही है, जिसके कारण जेल के सुपरिडेंडेट व डिप्टी सुपरिडेंडेट को सस्पेंड कर दिया गया है. कुछ दिनों पहले मुन्ना बजरंगी की पत्नी ने आशंका जतायी थी कि उनके पति की हत्या हो सकती है. हत्या के षडयंत्र की आशंका इसलिए जतायी जा रही है क्योंकि जिस सुनील राठी ने बजरंगी की हत्या की वह उसके साथ ही बैरक में था. दोनों की पृष्ठभूमि राजनीतिक थी.
उन्होंने कृष्णानंद राय को खत्म करने की जिम्मेदारी मुन्ना बजरंगी को सौंप दी. कृष्णानंद राय की हत्या लखनऊ हाईवे पर मुन्ना बजरंगी ने कर दी जिसके बाद पूरे प्रदेश के साथ ही देश में भी लोग मुन्ना बजरंगी से डरने लगे. वर्ष 2009 में जब उसकी मुंबई से गिरफ्तारी हुई तो वह एक फ्लैट में दो औरतों के साथ रहता था और अपनी पहचान छुपाने के लिए मुंबई में टैक्सी चलाता था. मुन्ना ने बस कंडक्टर का काम भी किया था.