मायावती की बसपा ने शुरू की चुनाव की तैयारी, बागी नेताओं की होगी घर वापसी

पुराने संबंधों का हवाला देकर हो रही है वापसीपुराने दिग्गजों के आने से बसपा कैडर को मिलेगी मजबूती हरीश तिवारी लखनऊ: अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए बहुजन समाज पार्टी ने अभी से तैयारियां शुरू कर दी हैं. बसपा ने अपने पुराने और बागी नेताओं से संपर्क करना शुरू दिया है, ताकि उनके […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 18, 2018 8:11 AM


पुराने संबंधों का हवाला देकर हो रही है वापसी
पुराने दिग्गजों के आने से बसपा कैडर को मिलेगी मजबूती

हरीश तिवारी

लखनऊ: अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए बहुजन समाज पार्टी ने अभी से तैयारियां शुरू कर दी हैं. बसपा ने अपने पुराने और बागी नेताओं से संपर्क करना शुरू दिया है, ताकि उनके अनुभवों का इस्तेमाल चुनाव में किया जा सके. वहीं, बसपा ने अपने संगठन में निष्क्रिय नेताओं को किनारे करने और बूथ स्तर पर पार्टी को मजबूत करने के लिए रणनीति तैयार की है.

राज्य में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सक्रियता को देखते हुए बसपा प्रमुख मायावती ने पहलेयह बयान देकर सबको चौंका दिया था कि इस साल दिसंबर में लोकसभा चुनाव हो सकते हैं. लिहाजा अब बसपा कैडर अपने सुप्रीमो के आदेश के बाद अभी से चुनाव की तैयारी में जुट गया है. इसके लिए मायावती ने राष्ट्रीय और प्रदेश संगठन में बदलाव करने के बाद मंडलीय सम्मेलनों की शुरुआत कर दी है. जल्द बूथ स्तर तक टीमें उतारने के निर्देश हैं. पार्टी बूथ स्तर पर ज्यादा से ज्यादा युवाओं को तवज्जो देकर उन्हें सक्रिय करने में जुटी है. पहली बार अपनी रणनीति में बदलाव करते हुए बसपा ने पुराने और बागी नेताओं के लिए फिर से पार्टी के दरवाजे खोलने की पहल की है.

असल में बसपा कैडर के कई दिग्गज पिछले कुछ सालों के दौरान पार्टी छोड़कर अन्य दलों में चले गए हैं, जिसके कारण पार्टी को खासा नुकसान हुआ है. लिहाजा अब बसपा इन नेताओं की घर वापसी चाहती है.

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लोकसभा चुनाव में इस बार बसपा दूसरे दलों के साथ भी तालमेल कर रही है. इसके लिए मायावती दिल्ली में डेरा जमाए हैं. उनके भरोसेमंद नेता राम अचल राजभर को राष्ट्रीय महासचिव के साथ मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों का प्रभारी बनाकर वहां का जिम्मा सौंपा गया है और उम्मीद की जा रही है कि मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में बसपा कांग्रेस के साथ गठबंधन कर भाजपा को कड़ी टक्कर देने के मूड में है. वहीं प्रदेश में सभी मंडलों की बैठक कर संगठन को सक्रिय करने की कमान नए प्रदेश अध्यक्ष आरएस कुशवाहा को दीगयी है. कुशवाहा को पार्टी में निष्क्रिय लोगों की लिस्ट बनाने को कहा गया है. वे मंडलों की बैठकें कर रहे हैं. निष्क्रिय लोगों को पार्टी से बाहर करने और पुराने नेताओं की वापसी की प्रक्रिया भी शुरू कर दीगयी है. इसके लिए नेताओं के करीबियों से संपर्क कर फीडबैक लिया जा रहा है. कई ऐसे नेता जो भाजपा में चले गए हैं, वह बसपा में आने के लिए आतुर हैं. लिहाजा जल्द ही बसपा वापसी करने वाले नेताओं के लिए बड़ा कार्यक्रम कर सकती है.

फिलहाल यूपी में बसपा और सपा के बीच चुनाव से पहले गठबंधन होने की उम्मीद की जा रही है. जिसका ऐलान अक्तूबर से पहले दोनों दल कर सकते हैं. इस गठबंधन में कांग्रेस और रालोद की क्या भूमिका रहेगी. इस बारे में फिलहाल कोई भी बोलने को तैयार नहीं है.

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