राहुल गांधी के आरोप पर पीएम मोदी का करारा जवाब, कहा, ”भागीदार” वाला इल्जाम मेरे लिये इनाम
लखनऊ : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश में शनिवार को शहरी विकास परियोजनाओं का शुभारंभ किया और 2022 तक सबके लिए घर का वादा किया. उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा, देश तेजी से प्रगति की राह में आगे बढ़ रहा है. उन्होंने कहा, यूपी का सांसद होने के नाते यहां हूं. इस […]
लखनऊ : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश में शनिवार को शहरी विकास परियोजनाओं का शुभारंभ किया और 2022 तक सबके लिए घर का वादा किया.
उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा, देश तेजी से प्रगति की राह में आगे बढ़ रहा है. उन्होंने कहा, यूपी का सांसद होने के नाते यहां हूं. इस दौरान पीएम मोदी ने फाइव ‘इ’ का मंत्र दिया. उन्होंने कहा, हमारी प्रतिबद्धता है कि इसी जेनरेशन के लिए भविष्य की व्यवस्थाओं का निर्माण हो, जहां जीवन फाइव E पर आधारित हो. यानि Ease of Living, Education, Employment, Economy and Entertainment.
मोदी ने कहा, जिन शहरों को पुरस्कार मिले हैं, उन शहरों के हर नागरिक को और जिनको अपना घर मिला है, उन सभी परिवारजनों को मेरी तरफ से बधाई और शुभकामनाएं. शहर के गरीब बेघर को पक्का घर देने का अभियान हो, 100 स्मार्टसिटी का काम हो या फिर 500 अमृत सिटी हो, करोड़ों देशवासियों के जीवन को सरल, सुगम और सुरक्षित बनाने का हमारा संकल्प आज तीन साल बाद और अधिक मजबूत हुआ है.
* राहुल गांधी की ‘भागीदार‘ वाली हालिया टिप्पणी पर पलटवार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की ‘भागीदार‘ वाली हालिया टिप्पणी पर पलटवार करते हुए कहा कि वह इस इल्जाम को ‘इनाम‘ मानते हैं और उन्हें देश के गरीबों के दुख का भागीदार होने पर गर्व है.
प्रधानमंत्री ने यहां स्मार्ट सिटी, अमृत तथा प्रधानमंत्री आवास योजनाओं की तीसरी वर्षगांठ पर आयोजित कार्यक्रम में गांधी द्वारा पिछले दिनों संसद में अविश्वास प्रस्ताव के दौरान लगाये गये ‘भागीदार‘ सम्बन्धी आरोप का जवाब देते हुए कहा, इन दिनों मुझ पर एक इल्जाम लगाया गया है कि मैं चौकीदार नहीं, भागीदार हूं…. लेकिन देशवासियों मैं इस इल्जाम को इनाम मानता हूं.
उन्होंने कहा, मुझे गर्व है कि मैं भागीदार हूं. मैं देश के गरीबों के दुखों का भागीदार हूं. मेहनतकश मजदूरों के दुखों और हर दुखियारी मां की तकलीफों का भागीदार हूं. मैं उस हर मां के दर्द का भागीदार हूं जो लकड़ियां बीनकर घर का चूल्हा जलाती है. मैं उस किसान के दर्द का भागीदार हूं जिसकी फसल सूखे या पानी में बर्बाद हो जाती है.
मैं भागीदार हूं, उन जवानों के जुनून का, जो हड्डी गलाने वाली सर्दी और झुलसाने वाली गर्मी में देश की रक्षा करते हैं. मोदी ने कहा कि वह गरीबों के सिर पर छत दिलाने, बच्चों को शिक्षा दिलाने, युवाओं को रोजगार दिलाने, हवाई चप्पल पहनने वालों को हवाई यात्रा कराने की हर कोशिश के भागीदार हैं. उन्होंने गांधी पर कटाक्ष करते हुए कहा, गरीबी की मार ने मुझे जीना सिखाया है.
गरीबी का दर्द मैंने करीब से देखा है। मगर जिसके पांव फटे ना बिवाई, वह क्या जाने पीर पराई. प्रधानमंत्री ने कहा, इससे पहले, मुझ पर यह भी इल्जाम लगाया गया कि चाय वाला देश का प्रधान सेवक कैसे हो सकता है. यह निर्णय वे लोग नहीं ले सकते, बल्कि देश की सवा सौ करोड़ जनता लेती है. शहरों की समस्याओं में उसी सोच की बू आ रही है.
स्मार्ट सिटी के लिये हमारे पास प्ररेणा और पुरुषार्थ करने वाले लोग भी थे, लेकिन राजनीतिक इच्छाशक्ति और सम्पूर्णता की सोच के अभाव ने बड़ा नुकसान किया. देश के बेतरतीब शहरीकरण के लिये कांग्रेस को दोषी ठहराते हुए मोदी ने कहा कि आजादी के बाद जब राष्ट्र निर्माण की बारी थी, तब आबादी का इतना दबाव भी नहीं था. अगर उसी वक्त योजना बनाकर काम किया होता तो वैसी दिक्कतें नहीं होती जैसी आज हैं.
आबादी को बेतरतीब फैलने दिया गया. कंक्रीट का जंगल बनने दिया. आज इसका परिणाम पूरा देश भुगत रहा है. प्रधानमंत्री ने कहा कि आबादी का वह हिस्सा जिसकी जीडीपी में 65 प्रतिशत हिस्सेदारी है, अगर वह अव्यवस्थित रहे तो उससे होने वाली कठिनाइयों का अंदाजा हम लगा सकते हैं.
ये समस्याएं 21वीं सदी के भारत को परिभाषित नहीं कर सकतीं. इसके लिये देश के 100 शहरों को चुना गया. दो लाख करोड़ के निवेश से इन्हें विकसित किया जाएगा. विकास भी ऐसा कि जहां शरीर नया हो, मगर आत्मा वही हो.
* लखनऊ का विकास, अटल जी के विजन का परिणाम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का नाम लिया. उन्होंने कहा, लखनऊ का विकास अटल जी के विजय का परिणाम है. लखनऊ अटल जी की कर्मभूमि रही है.
* अर्बन इंडिया का हमारा मिशन और लखनऊ का बड़ा नजदीकी रिश्ता
मोदी ने कहा, अर्बन इंडिया का हमारा मिशन और लखनऊ का बड़ा नजदीकी रिश्ता है. प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत जो भी मकान दिये जा रहे हैं, वो माताओं-बहनों के नाम पर दिये जा रहे हैं. इस योजना के तहत करीब 87 लाख मकानों की रजिस्ट्री महिलाओं के नाम पर या फिर साझेदारी में की गई है.
आज जो मकान बन रहे हैं, उनमें शौचालय भी हैं, सौभाग्य योजना के तहत बिजली भी, उजाला के तहत LED बल्ब भी, यानि एक पूरा पैकेज मिल रहा है. इन घरों के लिए सरकार ब्याज में राहत तो दे ही रही है, पहले के मुकाबले अब घरों का एरिया भी बढ़ा दिया गया है.
* देश में ईमानदारी का माहौल बन रहा
प्रधानमंत्री ने कहा, देश में ईमानदारी का माहौल बना है. देश में करीब-करीब सवा करोड़ परिवारों ने गैस सब्सिडी छोड़ दी. 40 लाख से ज्यादा लोगों ने रेलवे यात्रा की अपनी सब्सिडी छोड़ी. यूपी के गांवों के 46 हजार लोगों ने अपने घर वापस दे दिये. लोग अब पहले से ज्यादा टैक्स देने लगे हैं. देश को बदलने के लिए लोग आगे आ रहे हैं.
पीएम मोदी ने कहा, आज आप अनुभव कर सकते हैं कि किस प्रकार सेवाएं ऑनलाइन हुई हैं, जिसके कारण अब सामान्य जन को कतार में खड़ा नहीं होना पड़ता. ये कतारें भी तो भ्रष्टाचार की जड़ थीं. पीएम मोदी ने डीजीटल योजना पर कहा, सेवाएं ऑनलाइन होने से लोगों को सहूलियत हुई. सबका साथ, सबका विकास और टीम इंडिया की भावना न्यू इंडिया के संकल्प को सिद्ध करने वाली है.
* मुझे गर्व है कि मैं गरीब माता का बेटा हूं
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, मुझे गर्व है कि मैं एक गरीब मां का बेटा हूं. गरीबी ने मुझे हिम्मत और ईमानदारी दी है. मैं गरीबों की पीड़ा का भागीदार हूं.