अखिलेश भी चले हिंदुत्व की राह पर, नवरात्र में शुरू करेंगे साइकिल यात्रा
– इटावा में विष्णु मंदिर बनाने का कर चुके हैं ऐलान हरीश तिवारी/लखनऊ आगामी लोकसभा चुनाव के लिए हिंदू वोटरों को लुभाने की जद्दोजहद में अब समाजवादी पार्टी का भी नाम जुड़ गया है. पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव अब नवरात्रि में कन्नौज से अपनी घोषित साइकिल यात्रा की शुरुआत करेंगे. जबकि ये यात्रा 16 सितंबर […]
– इटावा में विष्णु मंदिर बनाने का कर चुके हैं ऐलान
हरीश तिवारी/लखनऊ
आगामी लोकसभा चुनाव के लिए हिंदू वोटरों को लुभाने की जद्दोजहद में अब समाजवादी पार्टी का भी नाम जुड़ गया है. पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव अब नवरात्रि में कन्नौज से अपनी घोषित साइकिल यात्रा की शुरुआत करेंगे. जबकि ये यात्रा 16 सितंबर को कन्नौज से शुरू होने वाली थी. लेकिन अब पार्टी ने अपनी रणनीति का बदलाव करते हुए इसे टाल दिया. ऐसा माना जा रहा है कि हिंदू वोटर को लुभाने के लिए पार्टी ने ये कवायद शुरू की है.
फिलहाल समाजवादी पार्टी लोकसभा चुनाव को लेकर कश्मकश में है. अभी तक बसपा के साथ होने वाले महागठंधन के लिए बसपा प्रमुख मायावती की कोई सहमति नहीं मिली है. जबकि उम्मीद की जा रही है कि दिसंबर के बाद कभी भी चुनाव का ऐलान हो सकती है. लिहाजा एकला चलो की नीति के तहत पार्टी हिंदू वोटर पर फोकस कर रही है.
फिलहाल राज्य में सपा मुस्लिम वोटरों की पहली पसंद मानी जाती है. जबकि बसपा की तरफ मुस्लिम वोटरों को झुकाव मौके पर होता है. लिहाजा सपा भी अपनी रणनीति में बदलाव करते हुए हिंदूओं को लुभाने की रणनीति बना रही है. लिहाजा पार्टी ने 16 सितंबर को कन्नौज से शुरू होने वाली साइकिल यात्रा को फिलहाल रद्द कर दिया है. इस यात्रा की शुरूआत पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव करने वाले थे.
हालांकि सपा में अधिकारिक तौर पर फिलहाल अखिलेश यादव की साइकिल यात्रा की तिथि की जानकारी नहीं दी गयी है. सपा अध्यक्ष ने पहले 16 सितंबर को कन्नौज संसदीय क्षेत्र में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर 50 किमी तक साइकिल चलाने की घोषणा की थी. मगर दो दिन पहले ही यादव ने अपने इस कार्यक्रम को स्थगित कर दिया.
कन्नौज डिंपल यादव का संसदीय क्षेत्र है. अखिलेश खुद भी यहां से सांसद रह चुके हैं. अखिलेश यादव भी अब भाजपा के हिदुत्व को काटकर आगामी लोकसभा चुनाव में राजनीतिक गोट बिठाने में लगे हैं. सूत्रों के मुताबिक कन्नौज की सांसद डिंपल यादव के कहने पर अखिलेश ने अपनी प्रस्तावित यात्रा में बदलाव किया है. विपक्षी दलों का महागठबंधन बनाने में जुटे यादव ने पिछले दिनों इटावा में इण्डोनेशिया के अंकोरवाट की तर्ज पर भव्य विष्णु मंदिर बनाने की घोषणा की थी.
इसी कड़ी में अब सपा अध्यक्ष अपनी साइकिल यात्रा को नवरात्रि में शुरू कर भाजपा के हिन्दुत्व कार्ड को काउंटर करने की रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है. नवरात्रि को किसी भी कार्य की शुरूआत करने के लिए शुभ माना जाता है. इसीलिए अखिलेश यादव अपनी साइकिल यात्रा को अक्टूबर महीने यानि नवरात्रि में ही शुरू कर सकते हैं. फिलहाल अखिलेश का कन्नौज में साइकिल यात्रा शुरू करने का कोई कार्यक्रम नहीं है.
यह कार्यक्रम अक्टूबर महीने में संभव है मगर अभी इसकी तारीख तय नहीं है. इस बीच सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने समाजवादी नौजवानों द्वारा प्रदेश के विभिन्न जिलों से शुरू की गयी साइकिल यात्राओं को जारी रखने का निर्देश दे रखा है. इसी क्रम में शुक्रवार को गाजीपुर से चली साइकिल यात्रा को सैफई में हरी झण्डी दिखाकर दिल्ली के लिए रवाना किया। यह यात्रा 23 सितंबर को दिल्ली पहुंचेगी.