साइकिल रैली के समापन समारोह में बेटे के मंच पर दिखे मुलायम, शिवपाल से बनायी दूरी
– दिल्ली में साइकिल रैली के समापन पर मुलायम ने साझा किया मंच – अब नजर शिवपाल के अगले कदम पर लखनऊ : समाजवादी पार्टी के संरक्षक और पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने अपने भाई और समाजवादी सेकुलर मोर्चा के कर्ताधर्ता शिवपाल सिंह यादव की उम्मीदों पर पानी फेरा है. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव […]
– दिल्ली में साइकिल रैली के समापन पर मुलायम ने साझा किया मंच
– अब नजर शिवपाल के अगले कदम पर
लखनऊ : समाजवादी पार्टी के संरक्षक और पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने अपने भाई और समाजवादी सेकुलर मोर्चा के कर्ताधर्ता शिवपाल सिंह यादव की उम्मीदों पर पानी फेरा है. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की तरफ से पूरे प्रदेश में शुरू की गयी साइकिल रैली के लिए आयोजित कार्यक्रम में मुलायम सिंह यादव अपने बेटे अखिलेश के मंच पर दिखे. जबकि अभी तक शिवपाल मुलायम सिंह को मोर्चा का अध्यक्ष बनाने की बात कहते आ रहे हैं.
लिहाजा मुलायम सिंह के इस कदम से मोर्चे में मुलायम के अध्यक्ष होने को लेकर उठ रही अटकलें खत्म हो रही हैं और अब सबकी नजर शिवपाल सिंह यादव पर है. असल में देश के बड़े राजनैतिक परिवारों में शुमार यादव परिवार और समाजवादी पार्टी में दो साल से सत्ता का संघर्ष चल रहा है. यादव परिवार में सियासी वर्चस्व को लेकर बिखराव हो चुका है. मुलायम सिंह के छोटे भाई शिवपाल यादव ने पिछले महीने एसपी से नाता तोड़कर अपने सेक्युलर मोर्चे का गठन कर अपने इरादे जता दिये थे.
हालांकि इस बीच में मुलायम सिंह यादव की तरफ से यादव परिवार की बैठक भी बुलायी गयी थी. लेकिन कोई सकारात्मक परिणाम सामने नहीं आया. मोर्चे का गठन करते वक्त शिवपाल का कहना था कि मुलायम सिंह को इस मोर्चे का अध्यक्ष बनाया जायेगा और उन्हीं के नेतृत्व में पार्टी काम करेगी. शिवपाल ने यह मोर्चा सपा से उपेक्षित नेताओं को इकट्ठा कर के बनाया है. पिछले दिनों शिवपाल ने पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेताओं से भी मुलाकात की थी और उनका आर्शीवाद लिया था.
हालांकि शिवपाल दावा कर रहे थे कि मुलायम की सहमति से मोर्च का गठन किया गया है, लेकिन मुलायम इस मुद्दे पर हमेशा ही चुप रहे. फिलहाल सपा ने केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकार के खिलाफ राज्य में साइकिल रैली शुरू की थी और आज उसका दिल्ली में समापन कार्यक्रम था. जिसमें सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ ही मुलायम सिंह यादव भी मंच पर थे. उनके इस कार्यक्रम में जाने के मायने निकाले जा रहे हैं.
कुछ दिन पहले लखनऊ में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के अस्थि कलश विसर्जन के आयोजित सभा में मुलायम ने कहा था कि सपा के भीतर उनकी कोई इज्जत नहीं करता है. उनका सीधा निशाना उस वक्त अखिलेश यादव पर था. लेकिन आज मुलायम ने मंच में जाकर अखिलेश से खराब होते रिश्तों की अटकलों को विराम दे दिया है. पहले सबकी नजरें मुलायम के कदम पर थीं कि वह बेटे के मंच को साझा करते हैं या भाई का साथ देंगे. लेकिन समापन रैली में एकाएक मुलायम सिंह यादव पहुंचे. अखिलेश यादव ने पैर छूकर उनका आशीर्वाद लिया.
मुलायम के इस रूख के बाद अब सबकी नजर शिवपाल सिंह पर है. अगला कदम उनकी तरफ से लिया जाना है क्योंकि अभी तक मोर्चे के अध्यक्ष पद पर किसी को नियुक्त नहीं किया गया है और शिवपाल इस पद पर मुलायम को नियुक्त करने की बात कहते आये हैं. जाहिर है अब शिवपाल जल्द से जल्द मोर्च के अध्यक्ष के लिए किसी वरिष्ठ और करीबी नेता को ही नियुक्त करेंगे या फिर उसकी कमान खुद संभालेंगे. अभी तक सपा ने भी शिवपाल को पार्टी से बाहर का रास्ता नहीं दिखाया है.