लखनऊ : धार्मिक नगरी अयोध्या में राम मंदिर को लेकर राजनीतिक गर्मी बढ़ चुकी है. शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे करीब तीन हजार समर्थकों के साथ शनिवार को अयोध्या पहुंचे और साधु-संतों से आशीर्वाद लिया. रविवार को उन्होंने रामलला के दर्शन किये और भाजपा पर हमला किया. उन्होंने कहा कि चुनाव के समय सब लोग राम-राम करते हैं, चुनाव के बाद आराम करते हैं. उन्होंने कहा कि हिंदुओं की भावनाओं के साथ खिलवाड़ नहीं होना चाहिए. मंदिर कब बनेगा? उस तारीख का ऐलान होना चाहिए. अगर मामला अदालत के पास ही जाना है तो चुनाव प्रचार के समय उसे इस्तेमाल न करें. बता दो कि भाइयो और बहनो हमें माफ करो, ये भी हमारा एक चुनावी जुमला था.
उनके इस हमले के बाद भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह ने कहा कि जिन लोगों ने उत्तर भारतीयों को पीटकर भगाया, जिनकी मानसिकता इंसानियत तक की सेवा करने की नहीं है, वे भगवान राम की सेवा कैसे करेंगे? वहीं मामले पर कांग्रेस का भी बयान आया है. कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि अयोध्या में हर कोई चुनावों के कारण जा रहा है. उद्धव ठाकरे को पिछले 4-5 सालों में वहां जाने से किसने रोका था ? एक तरफ भाजपा के साथ उनकी दोस्ती है, दूसरी तरफ वह लोगों को यह बताना चाहते हैं कि उनकी रुचि राम मंदिर के निर्माण में है और वह सरकार पर दबाव बना रहे हैं. लोग मूर्ख नहीं बनेंगे.