अयोध्या की सियासत गर्मायी, राम की शरण में भीम आर्मी नेता चंद्रशेखर
।। हरीश तिवारी ।। लखनऊ/अयोध्या : उत्तर प्रदेश की सियासत में बहुजन समाज पार्टी की काट माने जाने वाली भीम आर्मी के नेता सोमवार को अयोध्या पहुंचे. भीम आर्मी के नेता चंद्रशेखर के अयोध्या पहुंचने से वहां की सियासत गर्मा गयी है. चंद्रशेखर ने कहा कि भाजपा को चुनाव के वक्त ही राम याद आते […]
।। हरीश तिवारी ।।
लखनऊ/अयोध्या : उत्तर प्रदेश की सियासत में बहुजन समाज पार्टी की काट माने जाने वाली भीम आर्मी के नेता सोमवार को अयोध्या पहुंचे. भीम आर्मी के नेता चंद्रशेखर के अयोध्या पहुंचने से वहां की सियासत गर्मा गयी है. चंद्रशेखर ने कहा कि भाजपा को चुनाव के वक्त ही राम याद आते हैं.
रविवार को विश्व हिंदू परिषद की विशाल सभा के बाद आज चंद्रशेखर के अयोध्या पहुंचने के राजनैतिक मायने भी निकाले जा रहे हैं, क्योंकि रासुका के मामले में जेल से बाहर निकलने के बाद चंद्रशेखर का ये पहला दौरा है.
हालांकि भीम आर्मी के प्रमुख हाल के दिनों में विवादों में रहे हैं और उनके संगठन में बगावत भी हो गयी है. लिहाजा अयोध्या दौरा करने की उनकी मंशा क्या है ये अभी साफ नहीं हो पाया है. चंद्रशेखर ने कहा कि नाकामयाबी छिपाने के लिए ये नाटक हो रहा है. ये लोग अपनी नाकामयाबी छिपाने के लिए भाग कर राम की शरण में आते हैं.
इस बार उन्हें राम भी नहीं बचाएंगे, क्योंकि राम तो सबके हैं. उन्होंने कहा कि उन्हें अयोध्या से अल्पसंख्यकों के पलायन की खबर मिली थी, जिसके बाद वह यहां आये हैं. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों से मुलाकात की. चंद्रशेखर ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में उनकी भीम आर्मी की कोई भूमिका नहीं होगी, न तो वह चुनाव लड़ेंगे, न ही वह अलग से कोई पार्टी बनाएंगे.
चंद्रशेखर ने कहा कि हमारा काम बहुजन समाज को जागरूक करना है. भाजपा जैसी देश में सांप्रदायिक पार्टी को हराने के लिए मजबूत गठबंधन की जरूरत है. उन्होंने कहा कि हम बहुजन समाज पार्टी का सपोर्ट करेंगे, साथ ही पूरे दलित समाज से आह्वान करूंगा कि वे एक जुट होकर बीजेपी को हराएं. उन्होंने कहा कि पिछली 2 अप्रैल के आंदोलन से मजबूती मिली है. अब हमारी कोशिश रहेगी कि ऐसी सरकार न बने, जो संविधान बदलने की साजिश कर रही है.
राम मंदिर निर्माण को लेकर सियासत पर चंद्रशेखर ने कहा कि नाकामयाबी छिपाने के लिए ये नाटक हो रहा है. लोग अपनी नाकामयाबी छिपाने के लिए भागकर राम की शरण में आते हैं. इस बार उन्हें राम भी नहीं बचाएंगे, क्योंकि राम तो सबके हैं.
संगठन के दो भाग में विभाजित होने के सवाल पर चंद्रशेखर ने कहा कि संगठन के कुछ लोगों में गलतफहमी है जिसे जल्दी दूर किया जाए. हालांकि उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को फिलहाल तूल नहीं देना चाहिए.