लखनऊ : शनिवार (12 जनवरी) को देश की राजनीति में भूचाल आ सकता है. उत्तर प्रदेश में एक बड़ा तहलका हो सकता है. प्रदेश की दो धुर विरोधी पार्टियों के राष्ट्रीय अध्यक्ष एक साथ बैठेंगे. एक साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करेंगे.
जी हां. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती शनिवार दोपहर संयुक्त रूप से संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करेंगे. इस आशय की जानकारी शुक्रवार सुबह बसपा के महासचिव सतीश मिश्रा और सपा सचिव राजेंद्र चौधरी ने एक साझा बयान में दी.
साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस की घोषणा होते ही राजनीतिक हलकों में कयासों का दौर शुरू हो गया है. ऐसा माना जा रहा है कि सपा और बसपा सुप्रीमो मिलकर उत्तर प्रदेश और केंद्र की भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकने का एलान कर सकते हैं. इस दौरान लोकसभा चुनाव में दोनों पार्टियों के गठबंधन का भी एलान हो सकता है.
इसे भी पढ़ें : अमेरिका में लग सकता है राष्ट्रीय आपातकाल
ज्ञात हो कि पिछले दिनों बसपा के राज्यसभा सांसद ने संसद के बाहर पत्रकारों से बातचीत में कहा था कि दो पार्टियों के अध्यक्ष मिले, तो भाजपा में खलबली मच गयी.
इसे भी पढ़ें
भारतीय मूल के पुलिसकर्मी का भाई सीमा सुरक्षा पर ट्रम्प के साथ
दिशोम गुरु के जन्मदिन पर विशेष : मुझे जनता से कोई दूर नहीं कर सकता, चुनाव लड़ूंगा
शिबू सोरेन को रघुवर दास ने दी बधाई, झामुमो ने प्रभात खबर की स्टोरी री-ट्वीट कर दी शुभकामनाएं