रालोद के जयंत चौधरी ने कहा सपा-बसपा गठबंधन का हिस्सा रहेंगे, लेकिन…
लखनऊ : उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा गठबंधन के बाद राजनीति तेज हो गयी है. सपा-बसपा ने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह जानकारी दी है कि वे दोनों 38-38 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे. दो सीट सहयोगी और दो सीट कांग्रेस के लिए छोड़ दिया गया है. इसी क्रम में आज राष्ट्रीय लोकदल ने साफ किया कि […]
लखनऊ : उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा गठबंधन के बाद राजनीति तेज हो गयी है. सपा-बसपा ने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह जानकारी दी है कि वे दोनों 38-38 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे. दो सीट सहयोगी और दो सीट कांग्रेस के लिए छोड़ दिया गया है. इसी क्रम में आज राष्ट्रीय लोकदल ने साफ किया कि उनकी पार्टी सपा-बसपा गठबंधन का हिस्सा रहेगी, लेकिन वह कितनी सीटों पर उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव लड़ेगी, इस बाबत अभी फैसला नहीं हुआ है .
Jayant Chaudhary, Rashtriya Lok Dal (RLD) national vice-president: It was a good meeting with Akhilesh ji. I feel that we will be successful in our effort. pic.twitter.com/ROohRBEzpd
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 16, 2019
वैसे पार्टी अपनी छह लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने के, पूर्व में दिये गये बयान पर कायम है. सपा बसपा गठबंधन में सम्मानजनक स्थान पाने के लिए प्रयासरत राष्ट्रीय लोकदल के उपाध्यक्ष जयंत चौधरी ने बुधवार की दोपहर को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव से उनके कार्यालय में मुलाकात की. चौधरी को रालोद कार्यालय आना था लेकिन वह सीधे एयरपोर्ट चले गये. बाद में रालोद के प्रदेश अध्यक्ष मसूद अहमद ने बुधवार की दोपहर संवाददाता सम्मेलन में बताया कि ‘पार्टी उपाध्यक्ष आज सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से मिले और दोनों नेताओं के बीचे सकारात्मक माहौल में बातचीत हुई है.
हमारी पार्टी सपा गठबंधन का हिस्सा रहेगी, यह बात बिल्कुल तय है.’ उनसे पूछा गया कि पूर्व में उन्होंने गठबंधन से उप्र में लोकसभा की छह सीटों पर चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी. इस पर उन्होंने कहा ‘हम अपनी मांग पर अभी भी कायम हैं लेकिन गठबंधन कितनी सीटें देता है, इस बात का फैसला पार्टी नेतृत्व और गठबंधन के नेताओं के बीच बातचीत से तय होगा .’
इससे पहले आज सपा कार्यालय में अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात के बाद रालोद उपाध्यक्ष जयंत चौधरी ने पत्रकारों को बताया ‘ अखिलेश से अच्छी वार्ता हुई है जल्द ही निर्णय के बारे में बताया जायेगा.’ समझा जाता है कि दोनों नेताओं के बीच सीटों के बंटवारे के बारे में बात हुई. सपा बसपा गठबंधन में रालोद को दो सीटें देने की बात ही है लेकिन रालोद ज्यादा सीटों मांग कर रही है.