लखनऊ : उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रविवार को एक निजी चैनल के कार्यक्रम में कई मुद्दों पर बात की. कार्यक्रम में बसपा के साथ सपा के गंठबंधन पर उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता चाहती है कि वर्तमान सरकार यहां से जाए. इससे बेहतर गठबंधन नहीं हो सकता था इसलिए हमारी पार्टी ने यह गठबंधन किया.
उन्होंने कहा कि हमारा तो एक दो दलों का गठबंधन है, भाजपा भी तो बताए देशभर में उनका कितनी पार्टियों के साथ गठबंधन है. अगर हमारा महामिलावट का गठबंधन है तो भाजपा का गठबंधन कौन सा इसके लिए डिक्शनरी देखनी पड़ेगी ?
जब अखिलेश से पूछा गया कि मायावती को सपा नेता मुलायम सिंह यादव पसंद नहीं करते हैं तो उन्होंने कहा कि लोगों को खबर नहीं है, गोरखपुर की जीत के बाद नेता जी (मुलायम सिंह यादव) ने सबसे पहले बधाई मायावती जी को दी थी. संसद में नेता जी ने जो कहा वह शिष्टाचार के लिए था, फ्लोर ऑफ द हाउस पर ऐसी बातें होती हैं.
अखिलेश यादव ने कहा कि दो सीटों के साथ कांग्रेस हमारे साथ है. साइकिल पर कई लोग बैठ सकते हैं. ये हमारी साइकिल है. प्रियंका गांधी के आने के बाद भाजपा का सूपड़ा साफ हो जाएगा. एसपी-बीएसपी गठबंधन ही भाजपा को रोक सकता है. गंगा की सफाई पर उन्होंने कहा कि गंगा साफ नहीं हुई, जबतक बाकी नदियां साफ नहीं होंगी तबतक गंगा साफ नहीं होगी.
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि देश का किसान तकलीफ में है वो इंतजार में है कि कब वोट डालने का मौका मिलेगा. सीबीआई के मामले में कांग्रेस और भाजपा का गठबंधन कोई नहीं समझ सकता है. मैं तो कहता हूं सीबीआई के मामले में जो भाजपा है वही कांग्रेस है, जो कांग्रेस है वहीं भाजपा है.
अखिलेश यादव ने कहा कि जिन अधिकारियों ने मेरे घर से टोंटी निकलवाई उन्हीं अधिकारियों से चिलम निकलवाऊंगा. आगे उन्होंने कहा कि मैंने कभी सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत नहीं मांगा. मैं मिलिट्री स्कूल से पढ़ा हूं, मेरे साथ पढ़े लोग शहीद हुए हैं. ये लोग हमें बताएं कि देशभक्त हैं या नहीं. भाजपा देश का नुकसान कर रही है.
अखिलेश यादव ने कहा कि मायावती से दोस्ती हमेशा चलाने की कोशिश करुंगा. मैंने तय कर रखा है कि किसको प्रधानमंत्री बनाना है लेकिन बताऊंगा नहीं. मैं और मायावती हमेशा गठबंधन में साथ रहेंगे. देश का प्रधानमंत्री नया बने और उत्तर प्रदेश से बने ये सबसे अच्छा होगा. मायावती के पीएम बनने के सवाल पर बोले- हमने तय कर रखा है क्या करना है ?
उन्होंने कहा कि जो स्मार्ट सिटी बनाने की बात की गयी थी वो कहां हैं, चायवाले की जगह खाली हो गयी है, मैं अपने अकाउंट में लिख देता हूं. पीएम मोदी के ट्विटर पर नाम के आगे ‘चौकीदार’ लिखने पर अखिलेश यादव ने कहा कि अब चायवाले की पोस्ट खाली है, मैं अपने नाम के आगे चायवाला लिख लूंगा.
अखिलेश ने कहा कि बुक्कल नवाब को भाजपा ने डराया धमकाया. बुक्कल नवाब ने मुझसे अपनी मजबूरी बतायी. पुराने लोग नया भारत नहीं बना सकते. उन्होंने कहा कि10% आरक्षण से सहमत हू, आबादी के हिसाब के आरक्षण मिले. नौकरियां खत्म हो रही हैं. विश्वविद्यालयों में नौकरी नहीं मिल रही, 90% से ज्यादा नौजवान के हाथ में काम नहीं बचा. अब सबको चौकीदार बना दिया.
सीएम योगी पर हमला करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि हम अगर मुख्यमंत्री जी सीखेंगे तो बर्बाद ही हो जाएंगे. उन्होंने तो हनुमान जी की जाति बता दी लेकिन अच्छा हुआ हनुमान जी को यादव नहीं बताया.खुद के चुनाव लड़ने पर अखिलेश यादव ने कहा कि मैं लोकसभा चुनाव लड़ूंगा, आजमगढ़ की जनता कहेगी तो वहां से लड़ूंगा.
कार्यक्रम के दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि डिंपल ने कहा मैं चुनाव लड़ूंगी, वो लड़ना चाहती थीं, मैंने उनका कहना माना. पहले उन्होंने ही ना लड़ने की बात कही थी. अपर्णा यादव को लोकसभा टिकट नहीं देने पर अखिलेश ने कहा, टिकट के लिए जगह नहीं बची है. मायावती के चुनाव लड़ने पर उन्होंने कहा कि वह मुझसे सीनियर नेता हैं, मैं उनकी पार्टी के फैसले नहीं करता. उन्हें जहां से लड़ना होगा वो खुद फैसला करेंगी.
आगे अखिलेश ने कहा कि मैं पीएम बनाने वालों में से हूं, समाजवादी पार्टी जिनता होगा सहयोग करेगी. मैं किंगमेकर नहीं लेकिन सहयोग जरूर करूंगा. पिछले दिनों की घटना का जिक्र करते हुए अखिलेश ने कहा कि भाजपा का कैसा शिष्टाचार है ? एक भाजपा नेता एक नेता ने दूसरे नेता को 21 जूतों की सलामी दी. वो कहते हैं कि 21 नहीं पड़े, मैं कहता हूं कि अगर रोका ना गया होता तो 21 ही पड़ते.