बदायूं (उप्र) : सपा सांसद धर्मेन्द्र यादव ने मंगलवार को आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य चुनाव को प्रभावित करने का प्रयास कर रहे हैं और प्रशासन ने छापेमारी से पहले ही मौर्य को अलर्ट कर दिया था. यादव बदायूं लोकसभा सीट से सपा के पुन: प्रत्याशी हैं. उन्होंने मौर्य के आवास पर छापेमारी को पक्षपातपूर्ण बताया.
सपा नेता ने कहा कि मौर्य बदायूं में ही हैं और प्रशासन ने उनको पहले से अलर्ट कर खानापूर्ति करने के लिए छापेमारी की कार्रवाई की है. उनका आरोप है कि प्रशासन ने सूचना लीक करके छापा मारा. उन्होंने कहा, ”यदि मौर्य बदायूं में नहीं हैं तो वह तुरंत मीडिया के सामने आकर मुझे झूठा साबित करें.”
यादव ने कहा कि प्रशासन को मौर्य का मोबाइल नम्बर भी ट्रेस करना चाहिए. उन्होंने प्रशासन पर भाजपा के एजेंट के तौर पर काम करने का आरोप लगाते हुए कहा कि क्षेत्र में आचार संहिता की खुले आम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. ऐसे में आयोग को अपनी निष्पक्षता का उदाहरण प्रस्तुत करना चाहिए.
उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के बदायूं स्थित आवास पर मंगलवार को छापेमारी हुई. नगर मजिस्ट्रेट कमलेश कुमार अवस्थी भारी पुलिस बल के साथ आवास विकास कालोनी स्थित मकान पर गये और पूरे मकान की गहन तलाशी ली. दरअसल धर्मेंद्र यादव ने चुनाव आयोग से शिकायत की थी कि स्वामी प्रसाद मौर्य बदायूं में रहकर चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं और उनके आवास पर बाहरी लोग एकत्र हैं । इसी शिकायत के आधार पर आयोग की टीम ने छापेमारी की.
अवस्थी ने बताया कि छापेमारी जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह के निर्देश पर की गयी. स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी संघमित्रा मौर्य बदायूं लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी हैं. अवस्थी के अनुसार छापेमारी के दौरान हालांकि स्वामी प्रसाद मौर्य नहीं मिले. वह किराये के मकान में रहते हैं और छापे के दौरान वहां मकान मालिक के परिवार के अतिरिक्त कोई अन्य नहीं मिला.