लखनऊ : कभी उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में खौफ का पर्याय रहे पूर्व कुख्यात डकैत मलखान सिंह अब ‘बागी’ बनकर चुनाव मैदान में है. शिवपाल यादव की प्रगतिशील समाजवादी पार्टी ने 76 साल के मलखान सिंह राजपूत को यूपी की धौरहरा सीट (लखीमपुर) पर उम्मीदवार बनाया है.
मलखान सिंह से जब उनकी दावेदारी के बारे में मीडिया ने बातचीत की तो उसने कहा, ‘माहौल अच्छा है, मैं जीतूंगा, मेरी पार्टी मजबूत है और क्षेत्र में जहां-जहां जा रहा हूं, जनता का भरपूर समर्थन मिल रहा है. जब पूछा गया कि लोग एक डकैत, पूर्व दस्यु सरगना को वोट क्यों देंगे? इस पर मलखान ने कहा कि मैं यह सुनिश्चित करूंगा कि यहां किसी के साथ किसी भी तरह की नाइंसाफी न हो. अगर मैं यहां का प्रतिनिधि हुआ तो लोगों को इसका फायदा मिलेगा.
अपने पहले के इतिहास को लेकर मलखान ने कहा कि मैं डकैत नही था, मैं बागी था जिसने आत्मसम्मान और आत्मरक्षा के लिए बंदूक उठाई थी. मैं जानता हूं कि असली डकैत कौन है और उनसे कैसे निपटा जा सकता है.बता दें कि 70 के दशक में मलखान और उसका गिरोह चंबल इलाके मे खौफ का पर्याय था.उनके खिलाफ 94 मामले दर्ज थे जिसमें डकैती के 18 मामले, अपहरण के 28, हत्या के प्रयास के 19 तथा हत्या के 17 मामले शामिल थे.
मलखान ने जब आत्मसर्मपण किया था तो उस पर 70 हजार का इनाम घोषित था. मलखान ने 1982 में मध्यप्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह के समक्ष आत्मसर्मपण किया था और उसके बाद मध्य प्रदेश के शिवपुरी में रहने लगा. मलखान इस चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी जितिन प्रसाद, भाजपा की रेखा वर्मा और गठबंधन से बसपा के उम्मीदवार अरशद इलियास के खिलाफ चुनाव लड़ रहे है. यहां पांचवें चरण में छह मई को मतदान है.