अखिलेश प्रधानमंत्री पद की दौड़ में होते, तो उनका समर्थन करता : दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’
आजमगढ़ : अखिलेश यादव के खिलाफ आजमगढ़ संसदीय सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे भोजपुरी फिल्मों के सुपरस्टार दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’ का कहना है कि अगर मुलायम सिंह यादव या अखिलेश यादव प्रधानमंत्री पद की दौड़ में होते, तो वह उनका समर्थन करते, लेकिन सपा प्रमुख तो सिर्फ ‘ईमानदार’ नरेंद्र मोदी […]
आजमगढ़ : अखिलेश यादव के खिलाफ आजमगढ़ संसदीय सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे भोजपुरी फिल्मों के सुपरस्टार दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’ का कहना है कि अगर मुलायम सिंह यादव या अखिलेश यादव प्रधानमंत्री पद की दौड़ में होते, तो वह उनका समर्थन करते, लेकिन सपा प्रमुख तो सिर्फ ‘ईमानदार’ नरेंद्र मोदी को हटाने के लिए चुनाव लड़ रहे हैं. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि अखिलेश और सपा ने यादवों की पहचान ‘देशविरोधी’ के रूप में बना रखी है. यह बात उनके ‘अंधभक्तों’ को समझ नहीं आ रही है.
‘निरहुआ’ ने कहा, ‘समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादवों के नेता कहलाते हैं और ‘यादव’ कहते ही लोगों को लगता है कि सपा का आदमी है. अगर आप यादवों की पहचान बन गये हैं, तो आप उस पहचान को इतना नीचे क्यों गिरा रहे हैं? आप गठबंधन करके एक ईमानदार आदमी (मोदी) को रोकने जा रहे हैं. ऐसा क्यों?’
भोजपुरी फिल्मों के सुपरस्टार ने कहा, ‘अगर मुलायम सिंह यादव प्रधानमंत्री पद की दौड़ में होते, तो मैं उनका समर्थन करता. अगर अखिलेश जी प्रधानमंत्री बनने वाले होते, तो मैं उनका समर्थन करता. लेकिन वह तो दौड़ में नहीं हैं. वह तो ऐसे आदमी (राहुल गांधी) को प्रधानमंत्री बनाना चाहते हैं, जो कहता है कि हमारी सरकार बनी, तो सीमा से सेना पीछे कर लेंगे और देशद्रोह का कानून खत्म कर देंगे.’
उन्होंने कहा, ‘आप (अखिलेश) प्रधानमंत्री बनने की दौड़ में शामिल होते, तो समझ में आता कि आप मोदी जी से लड़ना चाहते हैं. आपको प्रधानमंत्री बनना नहीं है. फिर भी आप यादवों की शान को गिरा रहे हैं. आप क्या यह बताना चाहते हैं कि यहां के यादव देश के विरोध में रहते हैं?’ ‘निरहुआ’ ने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘अखिलेश के अंधभक्त कह रहे हैं कि मुझे गंभीरता से न लिया जाये. इन अंधभक्तों को समझ में आना चाहिए कि अखिलेश ने यादवों की पहचान देश विरोधी की तरह बना रखी है.’
राष्ट्रवाद के मुद्दे पर उन्होंने कहा, ‘यह सबसे बड़ा मुद्दा है और होना भी चाहिए. लेकिन, सपा राष्ट्रवाद के खिलाफ है. वह तुष्टिकरण की राजनीति करती है.’ उन्होंने यह भी दावा किया कि आजमगढ़ में अखिलेश यादव के सारे समीकरण उलट गये हैं. ‘निरहुआ’ ने कहा, ‘आजमगढ़ में माहौल है. प्रधानमंत्री मोदी के कार्यों एवं योजनाओं का लाभ हर घर तक पहुंचा है. लोगों ने पहले से ही मन बना लिया है.’
क्या हार की स्थिति में ‘निरहुआ’ सक्रिय राजनीति या भाजपा से दूरी बनायेंगे? इस पर उन्होंने कहा, ‘मैं राजनीति में रहूंगा और भाजपा में ही रहूंगा. मैं आजमगढ़ में एक-एक व्यक्ति को भाजपा से जोड़ूंगा. मैं जतिवाद और वंशवाद की राजनीति खत्म करने आया हूं.’ ‘निरहुआ’ ने यह भी कहा कि जीतने पर वह आजमगढ़ में फिल्मों की ज्यादातर शूटिंग करेंगे और जनता की सेवा भी करते रहेंगे. गौरतलब है कि आजमगढ़ सीट पर लोकसभा के छठे चरण में 12 मई को मतदान होगा.