रायबरेलीः उत्तर प्रदेश की रायबरेली सदर से विधायक और गांधी परिवार की करीबी अदिति सिंह के पिता का मंगलवार सुबह निधन हो गया. उन्हें कैंसर था और उनका इलाज सिंगापुर में चल रहा था. लंबे समय से कैंसर से पीड़ित अखिलेश सिंह ने मंगलवार सुबह लखनऊ के पीजीआई में आखिरी सांस ली.
अदिति के पिता अखिलेश सिंह को किसी समय बाहुबली नेता माना जाता था. रायबरेली की राजनीति के बेताज बादशाह रहे अखिलेश सिंह काफी दिनों से बीमार चल रहे थे. फिलहाल उनकी राजनीतिक विरासत अदिति सिंह संभाल रही हैं. 2017 में रिकॉर्ड मतों से विधानसभा चुनाव जीतकर वह विधायक बनी हैं. अखिलेश सिंह का जन्म 15 सितंबर 1959 में हुआ था.
अखिलेश सिंह रायबरेली सीट से पांच बार विधायक चुने गए. उन्होंने अपने सियासी सफर की शुरुआत कांग्रेस से की थी. हालांकि 2003 में एक हत्याकांड में नाम आने के बाद उन्हें कांग्रेस से बाहर निकाल दिया गया था. इसके बावजूद वह कई बार निर्दलीय विधायक चुने गए. 2012 के यूपी विधानसभा चुनाव से पहले अखिलेश सिंह पीस पार्टी में शामिल हो गए थे.
कहा तो यहां तक जाता है कि अखिलेश सिंह का खौफ इतना था कि चुनाव के दौरान कांग्रेसी अपना पोस्टर भी नहीं लगा पाते थे. अखिलेश सिंह पर विभिन्न आपराधिक मामलों में 45 से भी ज्यादा केस दर्ज थे. हालांकि वह कई मामले में कोर्ट से बरी हो चुके थे. उनके ऊपर अभी भी कई मामले कोर्ट में पेडिंग हैं. 1988 के चर्चित सैय्यद मोदी हत्याकांड में भी अखिलेश सिंह का नाम आया था.