22 जनवरी को नामकरण का खास दिन, राम-सीता जी से जुड़े रखे ये यूनिक नाम
22 जनवरी को अयोध्या के राम मंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर देश विदेश में भक्तों में खास उत्साह है.भगवान राम का नाम जपने से ही सभी दुख दर्द दूर हो जाते हैं अगर आपके घर कोई बाल रूप आने वाला है तो इस शुभ दिन आप आप प्रभु राम या माता सीट के नाम पर उसका नामकरण कर सकते हैं
22nd January Ayodhya RamMandir : राम नाम के साथ 22 जनवरी को एक बार फिर से भगवान राम अयोध्या में विराजेंगे. तैयारी की धूम अयोध्या सहित पूरे देश भर में देखने को मिल रही है. पूरे विधि-विधान के साथ रामलाल की प्राण प्रतिष्ठा होनी है. यूं तो यह दिन पूरे भारत के लिए काफी खास है, लेकिन पंचांग के अनुसार यह दिन नामकरण के लिए भी काफी खास माना जा रहा है. ऐसे में यदि आपके घर में कोई नन्हा मेहमान है या आने वाला है तो इस शुभ दिन आप आप उसका नामकरण कर सकते हैं .कहा जाता है कि नाम का प्रभाव उसके व्यक्तित्व पर पड़ता है और वही उसकी पहचान बनता है. ऐसे में 22 जनवरी के दिन अगर आप किसी नन्हे मेहमान का नामकरण करने जा रहे हो तो उनका नाम आप भगवान राम और सीता जी के नाम से भी जुड़ा रख सकते हैं. आज हम आपको बताते हैं कुछ यूनिक नाम जो भगवान राम और सीता जी पर आधारित है.
राम जी के यूनिक नाम
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अनिक्रत – इसका मतलब होता है समझदार और अच्छे कुल का पुत्र
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पराक्ष – पराक्ष का मतलब होता है उज्जवल और चमकदार
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निमिश – भगवान राम के पूर्वजों को निमिश कहा जाता है
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त्रिविकम – तीनों लोगों को तीन पग में नापने वाला
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शाश्वत – जो कभी खत्म ना हो
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शनय – प्राचीन, जो हमेशा के लिए रहेगा जिसमें भगवान शनि की शक्ति हो
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रमित – आकर्षक
सीता जी के यूनिक नाम
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वैदेही – वैदेही का मतलब होता है जो पत्नी और पुत्री हो और सभी गुणों में सर्वोत्तम हो
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मैथिली – मिथिला के राजा के यहां जन्म लेने पर सीता जी का नाम मैथिली पड़ा था
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जानकी – राजा जनक की पुत्री होने पर सीता जी का यह नाम पड़ा था
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सिया – चांद की रोशनी की तरह खूबसूरत और शीतल
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मृणमयी – धरती से जन्मे और मिट्टी से बनने वाले को मृणमयी कहा जाता है
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पार्थवी – धरती की पुत्री और भूमि से जन्म लेने वाली
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क्षितिजा – एक बिंदु जहां आकाश और समुद्र मिलते हुए लगते हैं
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