अब VHP को बाहर रख कर सुलझाया जायेगा राम जन्मभूमि मामला

अयोध्या : राम जन्मभूमि-बाबरी मसजिद विवाद को अदालत के बाहर सुलझाने की कोशिश हो रही है. इसका बीड़ा इस मामले में सबसे उम्रदराज याचिकाकर्ता हाशिम अंसारी व हनुमान गढ़ी के महंत ज्ञानदास ने उठाया है. हाशिम अंसारी ने सोमवार को महंत ज्ञानदास से मुलाकात की और अदालत से बाहर इस मामले को सुलझाने की इच्छा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 24, 2015 12:13 PM
अयोध्या : राम जन्मभूमि-बाबरी मसजिद विवाद को अदालत के बाहर सुलझाने की कोशिश हो रही है. इसका बीड़ा इस मामले में सबसे उम्रदराज याचिकाकर्ता हाशिम अंसारी व हनुमान गढ़ी के महंत ज्ञानदास ने उठाया है. हाशिम अंसारी ने सोमवार को महंत ज्ञानदास से मुलाकात की और अदालत से बाहर इस मामले को सुलझाने की इच्छा जाहिर की. यह संभावना जतायी जा रही है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद ही याचिकाकर्ताओं ने इस मुद्दे पर कोर्ट के बाहर इस मामले को सुलझाने की पहल की है.
सूत्रों के अनुसार, विवादित भूमि पर मसजिद और मंदिर दोनों बनाने का प्रस्ताव है. मंदिर व मसजिद के बीच 100 मीटर की दूरी होगी. इस नये फामरूले के अनुसार, 70 एकड़ के परिसर में मंदिर-मसजिद दोनों बनाये जाने और दोनों हिस्सों में 100 फीट ऊंची दीवार खड़ी करने का फामरूला है. उल्लेखनीय है कि 30 सितंबर 2010 को हाइकोर्ट ने भी कुछ ऐसा ही निर्णय सुनाया था.
बहरहाल, महंत ज्ञानदास ने कहा है कि इस मामले में जबतक कुछ अंतिम निर्णय नहीं हो जाता, तबतक कुछ कहा नहीं जा सकता है. वहीं, बुजुर्ग हाशिम अंसारी ने कहा है कि हम अब मुसलमानों का कोई फैसला नहीं मानेंगे और जो महंत जी कहेंगे, वही होगा. उन्होंने कहा कि चाहे हिंदू नेता हों या मुसलिम नेता, अब समाधान महंत जी के साथ चर्चा के आधार पर ही होगा. वे कहेंगे तो मैं उनके साथ प्रधानमंत्री-मुख्यमंत्री से भी मिलने चलूंगा.
उधर, महंत ज्ञानदास ने कहा है कि चीजें सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ेंगी तब भी हम पीएम मोदी से मिलेंगे. उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले में विश्व हिंदू परिषद जैसी संस्थाओं के नेताओं को शामिल नहीं किया जायेगा. उधर, दास ने हाशिम अंसारी के बारे में कहा कि मैं उनसे मिला हूं और हम कोर्ट के बाहर इस मामले को सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं. फिलहाल कुछ बातों को लेकर असमंजस की स्थिति है. उन्होंने कहा कि विहिप को इस मामले से अलग करने पर मामला सुलझ सकता है. उन्होंने कहा कि अंतिम निर्णय पर पहुंचने से पहले इस मामले में शामिल सभी पक्षों को निर्माही अखाड़ा और हिंदू महासभा से भी विचार-विमर्श किया जायेगा.
हाशिम अंसारी ने कहा है कि हम शांति से मामला हल कर लेंगे. सुप्रीम कोर्ट में तो साल लग जायेंगे. वहीं, मुसलिम धर्मगुरु खालिद महाली ने कहा है कि हम इसे पूरे मामले का शांतिपूर्ण हल चाहते हैं.

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