लोहिया की विचारधारा को आत्मसात करें : मुलायम सिंह यादव
लखनउ : गुडगांव के एक अस्पताल में इलाज कराने के बाद पहली बार सार्वजनिक कार्यक्रम में शामिल हुए समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने आज युवाओं से आह्वान किया कि वे प्रख्यात समाजवादी राम मनोहर लोहिया की विचारधारा को आत्मसात करें. मुलायम ने लोहिया के 105वें जन्मदिवस पर आयोजित कार्यक्रम में सपा महासचिव […]
लखनउ : गुडगांव के एक अस्पताल में इलाज कराने के बाद पहली बार सार्वजनिक कार्यक्रम में शामिल हुए समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने आज युवाओं से आह्वान किया कि वे प्रख्यात समाजवादी राम मनोहर लोहिया की विचारधारा को आत्मसात करें. मुलायम ने लोहिया के 105वें जन्मदिवस पर आयोजित कार्यक्रम में सपा महासचिव राम गोपाल यादव द्वारा लिखी पुस्तक ‘डाक्टर लोहिया और उनका समाजवाद’ का विमोचन भी किया. उन्होंने युवाओं और अपनी पार्टी के नेताओं से कहा कि वे महान समाजवादी चिन्तक को समझने और उनकी विचारधारा को अपनाने के लिए इस पुस्तक को अवश्य पढें. उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘जब तक आप यह पुस्तक नहीं पढेंगे और केवल नारेबाजी करते रहेंगे, जनता आपसे सहमत नहीं होगी. जनता के सामने अपने कार्यक्रम रखिये.’’ : गुडगांव के एक अस्पताल में इलाज कराने के बाद पहली बार सार्वजनिक कार्यक्रम में शामिल हुए समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने आज युवाओं से आह्वान किया कि वे प्रख्यात समाजवादी राम मनोहर लोहिया की विचारधारा को आत्मसात करें. मुलायम ने लोहिया के 105वें जन्मदिवस पर आयोजित कार्यक्रम में सपा महासचिव राम गोपाल यादव द्वारा लिखी पुस्तक ‘डाक्टर लोहिया और उनका समाजवाद’ का विमोचन भी किया. उन्होंने युवाओं और अपनी पार्टी के नेताओं से कहा कि वे महान समाजवादी चिन्तक को समझने और उनकी विचारधारा को अपनाने के लिए इस पुस्तक को अवश्य पढें. उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘जब तक आप यह पुस्तक नहीं पढेंगे और केवल नारेबाजी करते रहेंगे, जनता आपसे सहमत नहीं होगी. जनता के सामने अपने कार्यक्रम रखिये.’’
मुलायम ने कहा, ‘‘याद रखिये डाक्टर लोहिया ने कहा था कि जिन्दा कौमें पांच साल इंतजार नहीं करतीं. यदि भ्रष्ट और जनविरोधी सरकार है तो जनता चुनावों का इंतजार नहीं करती और चुनावों से पहले ही ऐसी सरकार को उखाड फेंकती है.’’ लोहिया की विचारधारा की चर्चा करते हुए सपा प्रमुख ने कहा कि वह अंग्रेजी के खिलाफ नहीं हैं लेकिन इसे अनिवार्य बनाने के खिलाफ हैं. उन्होंने याद दिलाया कि कैसे मुख्यमंत्री के रुप में उन्होंने उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षाओं में अंग्रेजी की अनिवार्यता समाप्त कर दी थी, जिससे हिन्दीभाषी युवाओं को आगे बढने का मौका मिला.
मुलायम ने कार्यकर्ताओं को ‘वास्तविक समाजवाद’ समझाते हुए कहा कि इसका मतलब समानता और सबके लिए संपन्नता है. उन्होंने उत्तर प्रदेश की सपा सरकार को सुझाव दिया कि वह जनता के हित में कार्य करे. शिष्टाचार अच्छी बात है लेकिन आपको जनता के कल्याण के लिए कार्य करना होगा चाहे वह हमारी अपनी सरकार हो या फिर कोई अन्य. मुलायम ने कहा कि चाहे हमारी सरकार हो या फिर और कोई, यदि वह किसानों से किये वायदे पूरे नहीं करती तो वह पहले व्यक्ति होंगे, जो किसानों के समर्थन में आगे आएंगे और जेल जाने को भी तैयार रहेंगे. इससे पहले राज्यसभा सांसद जया बच्चन ने उस समय का स्मरण कराया, जब वह सपा में शामिल हुई थीं. उन्होंने कहा कि जब वह पार्टी से जुडीं तो मुलायम सिंह यादव ने उनसे कहा कि बातचीत में अंग्रेजी का कम से कम इस्तेमाल करें. यही बात उनके ससुर हरिवंश राय बच्चन ने भी उनसे कही थी और वह ऐसा करने की कोशिश कर रही हैं.