गृहमंत्री राजनाथ की मौजूदगी में अशोक सिंघल ने बताया भाईचारा और एकता बढाने का फार्मूला

लखनऊ : देश की संसद ने भले ही काशी और मथुरा में यथास्थिति बनाये रखने के लिए कानून बना दिया हो और राम मंदिर विवाद शीर्ष अदालत में विचाराधीन हो, लेकिन विहिप नेता अशोक सिंघल मानते हैं कि समाज में स्थाई प्रेम और सौहार्द के लिए जरूरी है कि मुस्लिम समाज इन तीनों स्थान को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 10, 2015 6:54 PM

लखनऊ : देश की संसद ने भले ही काशी और मथुरा में यथास्थिति बनाये रखने के लिए कानून बना दिया हो और राम मंदिर विवाद शीर्ष अदालत में विचाराधीन हो, लेकिन विहिप नेता अशोक सिंघल मानते हैं कि समाज में स्थाई प्रेम और सौहार्द के लिए जरूरी है कि मुस्लिम समाज इन तीनों स्थान को हिन्दुओं को सौंप दे. विश्व हिन्दू परिषद के संरक्षक सिंघल ने आज यहां कहा, मैं तो अब भी मुस्लिम समाज से कहता हूं कि सोचो, विचारो और तीनों स्थान काशी, मथुरा और अयोध्या शांति के साथ हिन्दुओं को सौंप दो.

समाज में एकता और प्रेम की धारा बह निकलेगी, सौहार्द की बाढ आ जायेगी. सिंघल ने यह बात आज यहां 11वीं सदी में महाराजा सुहेल देव द्वारा सैय्यद सालार मसूद की सेना को पराजित कर देने की याद में आयोजित हिन्दू विजयोत्सव समारोह में मुख्य वक्ता के रूप में कही. यह कहते हुए कि उनका विरोध शांतिपूर्ण इस्लाम से नहीं, बल्कि जिहादी इस्लाम से है, सिंघल ने दावा किया कि एक समय मुस्लिम धर्म गुरु ये तीनों स्थान हिन्दुओं को सौंपने को राजी हो गये थे, लेकिन जिहादियों ने ऐसा होने नहीं दिया.

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