अयोध्या : राम जन्मभूमि न्यास के ट्रस्टी और पूर्व सांसद रामविलास वेदांती ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रामलला के दर्शन करने चाहिए. भाजपा के पास पूर्ण बहुमत है अब इस मामले को लटकाना नहीं चाहिए. एक न्यूज चैनल से बात करते हुए वेदांती ने कहा कि राम मंदिर के मामले में मोदी सरकार को कानून बनाना चाहिए. जब सरकार भूमि अधिग्रहण पर लोकसभा में सरकार बिल ला सकती है तो राम मंदिर के संबंध में बिल लाने से वह क्यों कतरा रही है.
वेदांती ने कहा कि मैं भी सांसद रह चुका हूं और जानता हूं कि बिल लाने के बाद भी राज्यसभा में यह पास नहीं हो सकता लेकिन ऐसा होने पर तो फायदा भाजपा को ही होगा. राम भक्त यह जान जाएंगे कि कौन सी पार्टी मंदिर निर्माण में रोड़ा डाल रही है.
वेदांती ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल किया कि अबतक सरकार बनने के बाद वे नहीं आए जबकि विदेश भ्रमण में वे जहां भी गए वहां मौजूद मंदिर के उन्होंने दर्शन किए, आखिर ऐसा क्यों ? उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार को मंदिर पर चुनाव से पहले किया वादा पूरा करना चाहिए. सरकार को मंदिर के लिए बिल संसद में लाना चाहिए. आपको बता दें कि इससे पहले बीजेपी के सांसद विनय कटियार, साक्षी महाराज, केंद्रीय मंत्री थावर चंद गहलोत भी मंदिर के निर्माण के मामले में अपनी आवाज बुलंद कर चुके हैं.
गौरतलब है कि मंगलवार यानी आज राम जन्मभूमि न्यास की एक महत्वपूर्ण बैठक होने जा रही है जिसमें राम मंदिर के निर्माण से जुड़े कुछ अहम फैसले किये जायेंगे. पूर्व भाजपा सांसद और न्यास के वरिष्ठ सदस्य रामविलास वेदांती ने बताया कि यह बैठक बाबरी मसजिद परिसर के निकट मणि राम दास छावनी मंदिर में होगी. उन्होंने एक बयान में कहा कि राम मंदिर के निर्माण को लेकर कुछ महत्वपूर्ण निर्णय लिये जायेंगे. वेदांती ने कहा कि मंदिर के निर्माण के लिए केंद्र ने कोई सकारात्मक संकेत नहीं दिया है. बैठक में अशोक सिंघल, प्रवीण तोगड़िया और न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास भाग ले सकते हैं.