पढिये सस्पेंड होने के बाद क्या कहा अमिताभ ठाकुर ने

नयी दिल्ली : उत्तर प्रदेश सरकार ने आइपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर को सोमवार को सस्पेंड कर दिया है. सरकार के इस कार्रवाई पर प्रतिक्रिया देते हुए आइपीएस अधिकारी ने कहा ‘मुझे आश्‍चर्य नहीं हो रहा है कि अखिलेश सरकार ने मेरे खिलाफ ऐसा स्टेंड लिया क्योंकि मुझे इस बात की आशंका पहले से ही थी.’गौरतलब […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 14, 2015 6:47 AM

नयी दिल्ली : उत्तर प्रदेश सरकार ने आइपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर को सोमवार को सस्पेंड कर दिया है. सरकार के इस कार्रवाई पर प्रतिक्रिया देते हुए आइपीएस अधिकारी ने कहा ‘मुझे आश्‍चर्य नहीं हो रहा है कि अखिलेश सरकार ने मेरे खिलाफ ऐसा स्टेंड लिया क्योंकि मुझे इस बात की आशंका पहले से ही थी.’गौरतलब है कि आइपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने समाजवादी पार्टी मुखिया मुलायम सिंह यादव पर फोन कर धमकी देने का आरोप लगाया है.

क्या है जसराना मामला

एक टीवी चैनल से बात करते हुए अमिताभ ने कहा कि जिस जसराना की घटना का जिक्र सपा प्रमुख मुलामय सिंह यादव ने किया है. वह काफी शर्मनाक हैं. जसराना में एक कार्यक्रम के दौरान मेरा कॉलर कुछ लोगों के द्वारा पकड़ लिया गया जिसकी शिकायत मैंने मुलायम सिंह यादव से की लेकिन उन्होंने इस मामले में कोई आवश्‍यक संज्ञान नहीं लिया. इतना ही नहीं उन्होंने मुझे केस दर्ज करवाने से भी मना किया.

मैं कोई बच्चा नहीं

टीवी चैनल से बात करते हुए अमिताभ ने कहा कि मैं कोई बच्चा नहीं हूं कि बातें नहीं समझता हूं. मेरे खिलाफ साजिश रची जा रही है. उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति से जब पूछा गया कि जल में रहकर मगरमच्छ से बैर का अर्थ क्या है तो वह कहता है कि ‘अमिताभ ठाकुर’.

सोमवार रात किया गया निलंबित

उत्तर प्रदेश में सत्तारुढ समाजवादी पार्टी के प्रमुख मुलायम सिंह यादव के साथ टकराव में उलझे और इस लडाई को केंद्र तक ले जाने वाले वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर को राज्य सरकार ने सोमवार रात निलंबित कर दिया. इससे पहले पुलिस महानिरीक्षक रैंक के अधिकारी ठाकुर ने केंद्रीय गृह मंत्रालय से संपर्क कर अपने खिलाफ दायर बलात्कार के मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की. ठाकुर ने मुलायम द्वारा धमकी दिये जाने की शिकायत पुलिस में दर्ज करायी है.

क्यों किया गया निलंबित

लखनऊ में जारी की गयी एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया कि राज्य सरकार ने ठाकुर को दायित्व निर्वहन में कोताही, अनुशासनहीनता, सरकार विरोधी रुख अपनाने और उच्च न्यायालय के आदेशों की अवहेलना के प्रथम दृष्टया आरोपों को लेकर तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. विज्ञप्ति के अनुसार निलंबन की अवधि में ठाकुर पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) कार्यालय से संबद्ध रहेंगे और डीजीपी की मंजूरी के बिना राज्य मुख्यालय से बाहर नहीं जाएंगे.

मांगी सुरक्षा

निलंबन के आदेश को लेकर प्रतिक्रिया देते हुए ठाकुर ने कहा कि वह इसे अदालत में चुनौती देंगे. उन्होंने कहा कि मैं संबंधित अदालत में मामला उठाउंगा. इससे पहले उन्होंने सोमवार को दिल्ली आकर केंद्रीय गृह मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव अनंत कुमार सिंह से मुलाकात की. उन्होंने खुद और अपनी पत्नी एवं सामाजिक कार्यकर्ता नूतन ठाकुर के लिए केंद्रीय बलों की सुरक्षा मांगी. उन्होंने नार्थ ब्लाक के बाहर संवाददाताओं से कहा कि मुलायम सिंह यादव ने मुझे नतीजा भुगत लेने की धमकी दी है इसलिए मैं अतिरिक्त सचिव से मिला और खुद के लिए एवं अपनी पत्नी के लिए केंद्रीय बलों की सुरक्षा मांगी.

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