लखनऊ : उत्तर प्रदेश में सत्तारुढ समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव के द्वारा कल एक सभा में महिलाओं पर की गयी टिप्पणी की चारों ओर आलोचना हो रहा है. इस बयान के बाद मुकलायम सिंह यादव ट्विटर पर ट्रेंड करने लगे जिसमें लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया देनी शुरू की. लोगों ने मुलायम की इस टिप्पणी को महिलाओं का अपमान बताया है.
वहीं दूसरी ओर सपा प्रमुख प्रदेश की कानून एवं व्यवस्था के अन्य राज्यों से बेहतर होने के दावे और इस कथित टिप्पणी के मद्देनजर एक बार फिर विपक्षी हमलों का शिकार हो गये कि ‘‘एक आदमी बलात्कार करता है, चार को नामजद कर दिया जाता है.’’ भाजपा प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने सपा मुखिया के बयान पर व्यंग्य करते हुए कहा, ‘‘इसमें नया कुछ नहीं है. बलात्कार के बारे में वे पहले भी टिप्पणी कर चुके हैं कि लडकों से गलती हो जाती है. ’’
पाठक ने कहा कि सपा मुखिया की टिप्पणी समाज की आधी आबादी के प्रति उनकी संवेदनहीनता की परिचायक है. उन्होंने कहा ‘‘ऐसी टिप्पणी महिलाओं का अपमान है और इससे अराजकता बढेगी. इससे बलात्कार के मामलों में अदालतों के निर्णय पर भी सवाल उठाने की मंशा दिखती है.’’ पाठक ने कहा कि सपा मुखिया की टिप्पणी वस्तुत: कानून एवं व्यवस्था पर नियंत्रण रखने में प्रदेश सरकार की विफलता से पैदा हुई हताशा से प्रेरित है.
उन्होंने कहा ‘‘ऐसे प्रदेश की दशा की कल्पना मुश्किल नहीं है, जहां सत्तारुढ दल के कार्यकर्ता गुण्डागिरी और बदमाशी में लिप्त हैं.’’ कांग्रेस प्रवक्ता द्विजेन्द्र त्रिपाठी ने कहा कि अच्छा होता, सपा मुखिया ऐसी टिप्पणी करने से बचते और अखिलेश यादव सरकार को अराजक तत्वों के खिलाफ सख्ती से पेश आने की हिदायत देते. त्रिपाठी ने कहा ‘‘सपा मुखिया की टिप्पणी से यह बात सामने आ जाती है कि उनके मन में महिलाओं के प्रति सम्मान नहीं है. ऐसी टिप्पणियां महिलाओं के खिलाफ अपराध करने वालों का हौसला बढाने वाली हैं.’’
त्रिपाठी ने कहा कि अच्छा होता कि सपा मुखिया अपने पुत्र अखिलेश द्वारा चलाई जा रही सरकार को ऐसे तत्वों के खिलाफ सख्ती से पेश आने की हिदायत देते. राष्ट्रीय लोकदल के वरिष्ठ नेता अनिल दुबे ने सपा मुखिया के बयान को अखिलेश सरकार की विफलता से उपजी कुंठा का परिणाम बताते हुए कहा कि उन्होंने यह बात कानून एवं व्यवस्था के मोर्चे पर विफल प्रदेश सरकार के बचाव में कही है. सपा मुखिया यादव ने कल यहां एक कार्यक्रम के दौरान कानून एवं व्यवस्था के मुद्दे पर घिरी अखिलेश सरकार के बचाव में कहा था कि यह प्रदेश सरकार को राजनीतिक द्वेष के चलते बदनाम करने की साजिश है.
यादव ने प्रदेश की आबादी का उल्लेख करते हुए कहा था कि आबादी के अनुपात में प्रदेश में आपराधिक घटनाओं की संख्या अन्य राज्यों के मुकाबले काफी कम है. महिला उत्पीडन और बलात्कार की घटनाओं के बारे में उन्होंने कथित तौर पर कहा कि कई मामलों में, बलात्कार एक आदमी करता है और उसमें चार लोगों को नामजद कर दिया जाता है. उन्होंने कथित तौर पर कहा कि ऐसे उदाहरण भी हैं , जिसमें निदरेष लोगों को फंसा दिया गया। ऐसी घटनाएं भी हुई है कि बलात्कार पीडिता और उसके परिजनों ने आरोपी के चार भाईयों पर भी जुर्म में शामिल होने का आरोप लगा दिया.