लखनऊ : नोएडा के दादरी स्थित बिसाहडा गांव में गोवध के आरोप में एक मुस्लिम व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या को लेकर मचे बवाल के बीच उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ काबीना मंत्री आजम खां ने आज संयुक्त राष्ट्र महासचिव को पत्र लिखकर देश में ‘मुसलमानों के खिलाफ चलायी जा रही मुहिम’ को रोकने के लिये हस्तक्षेप की मांग की.
खां ने यहां संवाददाताओं को बताया कि उन्होंने पत्र में कहा है कि गंगा-जमुनी तहजीब वाले इस देश में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ तथा अन्य फासीवादी ताकतें मुल्क के धर्मनिरपेक्ष ताने-बाने को छिन्न-भिन्न करके इसे हिन्दू राष्ट्र बनाना चाहती हैं. केंद्र की मौजूदा सरकार ने इस ताने-बाने को बनाये रखने की शपथ तो ली थी लेकिन उसका झुकाव राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जैसे उस कट्टरपंथी संगठन की तरफ है जो देश को हिन्दू राष्ट्र बनाने के लिये 40 अन्य सम्बद्ध संगठनों के जरिये काम कर रहा है.
उन्होंने कहा कि देश में फासीवादी ताकतें मुसलमानों के खिलाफ नफरत पैदा करने का अभियान चलाकर समाज में खाई तैयार करना चाहती हैं. हाल में दादरी में गोवध के आरोप में अखलाक नामक व्यक्ति की भीड़ द्वारा हत्या किया जाना इस मंसूबे की ताजा मिसाल है.
अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ने कहा कि उन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून को पत्र लिखने के साथ-साथ उनसे मुलाकात के लिये समय भी मांगा है. खां ने बताया कि उन्होंने पत्र में कहा है कि गंगा-जमुनी तहजीब वाले इस देश में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ तथा अन्य फासीवादी ताकतें मुल्क के धर्मनिरपेक्ष ताने-बाने को छिन्न-भिन्न करके इसे हिन्दू राष्ट्र बनाना चाहती हैं. केंद्र की मौजूदा सरकार ने इस ताने-बाने को बनाये रखने की शपथ तो ली थी लेकिन उसका झुकाव राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जैसे उस कट्टरपंथी संगठन की तरफ है जो देश को हिन्दू राष्ट्र बनाने के लिये 40 अन्य सम्बद्ध संगठनों के जरिये काम कर रहा है.
उन्होंने पत्र में कहा ‘‘इस सर्वोच्च अन्तरराष्ट्रीय संस्था से मेरा विनम्र निवेदन है कि वह हमारी बदहाली को समझे और भारत सरकार को अन्तरराष्ट्रीय करारों पर टिक कर काम करने को कहे. साथ ही उससे यह भी कहे कि वह देश में धर्मनिरपेक्षता और अनेकता में एकता की भावना को बढावा दे और भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाने की कोशिश में जुटे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जैसे गैर संवैधानिक संगठन के एजेंडा को आगे ना बढ़ाये.’ खां ने कहा कि वह चाहते हैं कि राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक गोलमेज सम्मेलन बुलाकर गोमांस की आड में मुसलमानों के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान और देश को हिन्दू राष्ट्र बनाने की कोशिशों पर चर्चा करायें.
आजाद ने आरोप लगाया कि जबसे देश में राजग सत्ता में आयी है तबसे अल्पसंख्यक स्वयं को खौफजदा महसूस कर रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के वरिष्ठ नेता, पदाधिकारी, सांसद और मंत्री लगातार दूसरे धर्म के खिलाफ बयान दे रहे हैं. कोई उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रहा है जिससे यह प्रतीत होता है कि उस पार्टी के नेतृत्व का उन्हें समर्थन प्राप्त है.
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अशोक चौधरी के साथ पत्रकारों को संबोधित करते हुए आजाद ने केंद्र और भाजपा शासित राज्यों में शासन आरएसएस द्वारा चलाए जाने का आरोप लगाया और कहा कि मुख्यमंत्री, मंत्री और अधिकारी सभी आरएसएस के आदेश का पालन कर रहे हैं.
राजद प्रमुख लालू प्रसाद के ‘बीफ’ खाने को लेकर दिए गए बयान के बारे में पूछे जाने पर आजाद ने कहा कि लालू जी ने स्वयं स्पष्ट कर दिया है कि बीफ का मतलब गौमांस नहीं होता. बिहार विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्षा सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी के लालू के साथ मंच नहीं साझा किए जाने के बारे में पूछे जाने पर समय अभाव के कारण नेताओं का सभी सभाओं में शामिल होना संभव नहीं हो पाता है. उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस का नेशनल कांफ्रेंस और पीडीपी के साथ गठबंधन होने के बावजूद हमारी कभी भी संयुक्त सभा नहीं हुई.
सारे जहां से अच्छा हिंदुस्तां हमारा