मथुरा में इस्लामी कट्टरपंथ पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन

मथुरा: भारत, कनाडा, अफगानिस्तान, बांग्लादेश और कई अन्य देशों के इस्लामी विद्वान और प्रतिनिधि यहां तीन दिवसीय अंतराष्ट्रीय सम्मेलन में विश्व सुरक्षा और इस्लामी कट्टरपंथ पर चर्चा करेंगे.इस सम्मेलन की निदेशक डॉक्टर प्रीति जौहरी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘पेरिस में इस्लामिक स्टेट द्वारा किए गए नरसंहार ने इस्लाम से संबंधित कट्टरपंथ पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 15, 2015 5:15 PM

मथुरा: भारत, कनाडा, अफगानिस्तान, बांग्लादेश और कई अन्य देशों के इस्लामी विद्वान और प्रतिनिधि यहां तीन दिवसीय अंतराष्ट्रीय सम्मेलन में विश्व सुरक्षा और इस्लामी कट्टरपंथ पर चर्चा करेंगे.इस सम्मेलन की निदेशक डॉक्टर प्रीति जौहरी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘पेरिस में इस्लामिक स्टेट द्वारा किए गए नरसंहार ने इस्लाम से संबंधित कट्टरपंथ पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित करने के हमारे प्रयासों को जायज ठहराया है. यह सम्मेलन ऐसे रास्ते तलाशने के लिए है ताकि ऐसे नरसंहारों को रोका जा सके.” आईसीएसएसआर प्रायोजित यह सम्मेलन मथुरा के आरसीए गर्ल्स (पीजी) कॉलेज में होगा.

इस सम्मेलन में न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्ति) राजेंद्र सच्चर, डॉक्टर जफरुल इस्लाम (देवबंद), ऑल इंडिया इमाम आर्गनाइजेशन के उमेर अहमद इलियासी, कनाडा के जानेमाने लेखक तारिक फतह और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुक अब्दुल्ला शामिल होंगे.प्रीति ने कहा, ‘‘इनके अलावा मौलाना आजाद राष्ट्रीय उर्दू विश्वविद्यालय के कुलाधिपति जफर सरेशवाला, बीएसएफ के पूर्व महानिदेशक प्रकाश सिंह, बी आर अंबेडकर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर एम मुजम्मिल तथा दूसरे विद्वान इस सम्मेलन में मौजूद रहेंगे.
ये लोग इस्लाम और शेष लोगों के बीच के सांस्कृतिक विभाजन का विश्लेषण करेंगे.” इस सम्मेलन में कई दूसरे उप-विषयों पर भी चर्चा की जाएगी. इनमें ‘इस्लामी कट्टरपंथ के कारक एवं वाहक’, ‘इस्लामी कट्टरपंथी का मुकाबला करने के उपाय’ ‘इस स्थिति से कैसे निपटे’ ‘नए इस्लाम के जन्म’ जैसे उप-विषय शामिल होंगे.प्रीति ने कहा, ‘‘इस सम्मेलन के जरिए दिए गए सुझाव से उन लोगों की ओर पैदा की गई बुराई का मुकाबला करने की एक रुपेरखा मिल सकती है जो मानवता के बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचाना का प्रयास कर रहे हैं.”

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