”तो कब्रिस्तान जाना पसंद करेंगे हिन्दुस्तानी मुसलमान”

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ काबीना मंत्री मुहम्मद आजम खां ने असम के राज्यपाल पी. बी. आचार्य के विवादास्पद बयान की निन्दा करते हुए आज कहा कि देश के मुसलमान पाकिस्तान जाने के बजाय कब्रिस्तान जाना पसंद करेंगे और अगर आचार्य को यहां कोई तकलीफ है तो वह नेपाल चले जाएं. खां ने यहां […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 23, 2015 7:34 PM

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ काबीना मंत्री मुहम्मद आजम खां ने असम के राज्यपाल पी. बी. आचार्य के विवादास्पद बयान की निन्दा करते हुए आज कहा कि देश के मुसलमान पाकिस्तान जाने के बजाय कब्रिस्तान जाना पसंद करेंगे और अगर आचार्य को यहां कोई तकलीफ है तो वह नेपाल चले जाएं.

खां ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में असम के राज्यपाल के ‘हिन्दुस्तान सिर्फ हिन्दुओं के लिये’ सम्बन्धी बयान पर कहा ‘‘यह बात संवैधानिक कुर्सी पर बैठे एक व्यक्ति ने कही है, लेकिन सांसद भी संवैधानिक व्यवस्था के तहत ही सांसद हैं. मुल्क में संविधान का खुला मजाक उड़ाया जा रहा है, धज्जियां उड़ रही हैं. लग रहा है कि मुल्क में संविधान नाम की कोई चीज ही नहीं है…..और अगर है भी, तो उसे खत्म करने की जबर्दस्त कोशिश चल रही है.’

नगर विकास मंत्री ने कहा, ‘‘लव जिहाद, कुत्ता-पिल्ला के जुमले और अन्य तमाम हथकंडे जब नहीं चले, तो एक बार फिर हिन्दुओं के जज्बात भड़काने के लिये एक नया तजुर्बा किया जा रहा है.’ उन्होंने कहा ‘‘हमारे लिये सवाल यह है कि हम कब्रिस्तान जाना बेहतर समझते हैं, पाकिस्तान जाने के बजाय…..तो हमारे लिये कब्रिस्तान का इंतजाम कर दें, हम पाकिस्तान नहीं जाएंगे. हां, अगर गवर्नर साहब (आचार्य) को हमारे साथ रहने में कोई तकलीफ है तो वह नेपाल चले जाएं.’ खां ने कहा ‘‘ऐसे चुटकी भर लोग हैं जो देश को गृह युद्ध की तरफ ले जाना चाहते हैं, वो अपने लिये रास्ता तय कर लें.’

विवादित बयान देने वाले असम के राज्यपाल की शिकायत राष्ट्रपति से करने की सम्भावना सम्बन्धी सवाल पर खां ने कहा ‘‘अब किससे शिकायत करें. बापू के हत्यारों से और क्या उम्मीद करेंगे.’ गौरतलब है कि असम के राज्यपाल पी बी आचार्य ने गत शनिवार को एक पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में यह बयान देकर विवाद खड़ा कर दिया कि ‘हिंदुस्तान हिंदुओं के लिए है. ‘

बयान पर आचार्य के कल सफाई देने के लिए किये गये प्रयास से विवाद और बढ़ गया जब उन्होंने कहा कि ‘‘भारत में मुस्लिम कहीं भी जाने को स्वतंत्र हैं.’ आचार्य ने कहा कि उनका मतलब था कि विदेशों में मुसलमानों समेत भारतीय मूल के सभी लोगों का इस देश में स्वागत है. उन्होंने कहा, ‘‘भारतीय मुस्लिम कहीं भी जाने के लिए स्वतंत्र हैं. अगर वे यहां रहना चाहते हैं तो यहां रह सकते हैं. कई पाकिस्तान चले गये. अगर वे पाकिस्तान, बांग्लादेश जाना चाहते हैं तो वे वहां जाने के लिए स्वतंत्र हैं.’

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