आमिर खान के बचाव में आये आजम : पत्र लिखकर की हौसला अफजाई
लखनऊ: असहिष्णुता के मसले पर बयान देकर आलोचनाओं से घिरे अभिनेता आमिर खान को उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ काबीना मंत्री मुहम्मद आजम खां ने आज पत्र लिखकर उनके विचारों से रजामंदी जतायी और इस कलाकार को बेवजह निशाना बनाये जाने का आरोप लगाया. खां ने आमिर को लिखे खत में कहा कि जब वह और […]
लखनऊ: असहिष्णुता के मसले पर बयान देकर आलोचनाओं से घिरे अभिनेता आमिर खान को उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ काबीना मंत्री मुहम्मद आजम खां ने आज पत्र लिखकर उनके विचारों से रजामंदी जतायी और इस कलाकार को बेवजह निशाना बनाये जाने का आरोप लगाया.
खां ने आमिर को लिखे खत में कहा कि जब वह और उनकी पत्नी किरण राव जैसे लोग इस सच (असहिष्णुता) को महसूस कर रहे हैं, तो उन कमजोर, लाचार और बेसहारा लोगों के बारे में सोचने की जिम्मेदारी हमारी है जिनके लिये आये दिन अशोभनीय बातें कही जा रही हैं.
उन्होंने पत्र में कहा कि आमिर की तल्ख बातों का जवाब देने के लिये लोगों ने अपनी कमान में तीर कस लिये हैं. यह दुआ है कि लोगों की आपत्तियां अभिनेता के इरादों को कमजोर ना करें. आमिर को इन हालात से मायूस होने की जरुरत नहीं है. बोझ समझी जाने वाली भीड की तकलीफ भरी चीखें जालिम शासकों तक भले ही ना पहुंचे लेकिन जब आमिर जैसे लोग बोलते हैं तो उसकी गूंज बहुत दूर तक सुनायी देती है.
आजम ने खत में आमिर की हौसला अफजाई करते हुए उन्हें यह शेर कहते हुए आगे बढने की सलाह दी, ‘‘मंजिल पे ना पहुंचे, उसे रस्ता नहीं कहते, दो चार कदम चलने को चलना नहीं कहते.” इसके पूर्व, खां ने संवाददाताओं से कहा ‘‘आमिर खान मुसलमान हैं और उनकी बीवी हिन्दू हैं. असहिष्णुता के बारे में जो कुछ भी कहा है वह एक हिन्दू महिला ने कहा है. यह ऐसी सचाई है जिससे प्रभावित होकर उन्होंने अपने बच्चों के भविष्य पर खतरा देखते हुए जाहिर किया है. यह बात आमिर खान ने नहीं कही है, लिहाजा उन्हें निशाना ना बनाया जाए.’