नयी दिल्ली : राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से बिल्कुल सटेउत्तरप्रदेश के दादरीकेबिसहेड़ा गांव में आजकथित शुद्धीकरण मार्च निकाला जाने वालाथा, लेकिन प्रशासन ने गोमूत्र व गंगाजल छिड़कनेपर रोक लगा दी है. इस आयोजन काएलान यहांकेमंदिरकी ओरसे किया गया है. गांव में एक बार फिर तनाव का माहौल है और मौके को कवर करने पहुंचे मीडियाकर्मियों के साथ ग्रामीणों ने धक्का मुक्की की है और उन्हें बाहर निकाल दिया है. ध्यान रहे कि बिसहेड़ा गांव 28 सितंबर को यहां बीफ की अफवाह में 50 साल के इखलाक नामक शख्स की हत्या पीट-पीट कर कर दिये जाने के कारण चर्चा में आया था. कई दिनों तक यह मुद्दा राष्ट्रीय मीडिया के केंद्र में रहा और यहां नेताओं का हुजूम लगने लगा था.
दूसरी ओर इखलाक के बेटे व परिवार ने उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से कल लखनउ में मुलाकात की है. परिवार ने अबतक की कार्रवाई पर संतोष जताया है और जांच को रोकने की मांग की है. राज्य सरकार ने इखलाक के परिवार को 45 लाख रुपये का मुआवजा भी दिया है.
बताया जा रहा है कि बिसहेड़ा में तय किये गये कार्यक्रम के अनुसार, पूरे गांव में वैदिक मंत्रों के उच्चारण के बाद गंगाजल व गोमूत्र का छिड़काव किया जाना था. गांव की पुजारिन हर सिद्धि गिरि ने इसकी पुष्टि कीथी और कहाथा कि गांव वाले इसमें शामिल होंगे. कहा जा रहा है कि पिछले महीनों जो कुछ हुआ, उससे गांव की हवा दूषित हाे गयी है और उसे स्वच्छ करने के लिए यह जरूरी है.