दादरी केस: दादरी मामले में नाबालिग समेत 15 नामजद, चार्जशीट में ”बीफ” का जिक्र नहीं
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की दादरी में भीड़ द्वारा अखलाक की पीट- पीट कर हुई हत्या मामले में तीन महीने बाद पुलिस ने चार्जशीट दायर कर दी है. इस चार्जशीट में एक नाबालिग समेत 15 लोगों को नामजद किया गया है. गौर करने वाली बात यह है कि इस चार्जशीट में बीफ शब्द का कहीं प्रयोग […]
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की दादरी में भीड़ द्वारा अखलाक की पीट- पीट कर हुई हत्या मामले में तीन महीने बाद पुलिस ने चार्जशीट दायर कर दी है. इस चार्जशीट में एक नाबालिग समेत 15 लोगों को नामजद किया गया है. गौर करने वाली बात यह है कि इस चार्जशीट में बीफ शब्द का कहीं प्रयोग नहीं किया गया है. राज्य सरकार ने भी इस मामले में केंद्र को जो रिपोर्ट सौंपी थी उसमें भी बीफ शब्द का कहीं इस्तेमाल नहीं किया गया था. इसकी जानकरी गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में दी थी.
इस साल सिंतबर में दादरी इलाके में एक मुस्लिम परिवार पर भीड़ ने हमला कर दिया आरोप लगा कि परिवार बीफ बना रहा था. घर में बीफ बनाने का एलान लाउडस्पीकर से किया गया था. लोगों ने 52 साल के मोहम्मद अखलाक को पीट- पीट कर मार डाला. अखलाक के बेटे दानिश को भी जमकर पीटा गया लेकिन उसकी जान बच गयी.
इस हत्या के बाद राजनीतिक भूचाल खड़ा हो गया कांग्रेस समेत दूसरी पार्टियों ने इस बड़ा मुद्दा बनाया और पूरे मामले पर सरकार को सदन में सफाई देनी पड़ी. भाजपा के कई नेताओं पर इस मामले के राजनीतिक लाभ लेने का भी आरोप लगा. इतना ही नहीं इस मामले कथित रूप से कुछ ऐसे युवाओं ने भड़काया था, जिनके ताल्लुकात स्थानीय बीजेपी नेता संजय राणा से थे, और अब चार्जशीट में नामजद लोगों में से एक संजय राणा के पुत्र विशाल को भी शामिल किया गया है. इसी मामले के बाद देश में बढ़ती असहिष्णुता पर लंबी बहस छिड़ गयी. कई साहित्यकार, कवियों ने अपने पुरस्कार वापस लौटाना शुरू कर दिया.