लखनऊ: 69 हजार शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों ने गुरुवार को बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह के आवास का घेराव किया. सैकड़ों की संख्या में अभ्यर्थी सुबह आवास पर पहुंचे और वहीं डेरा डाल दिया. इसके बाद उन्होंने नारेबाजी शुरू कर दी. शिक्षक अभ्यर्थियों के पहुंचने की सूचना के बाद मौके पर भारी पुलिस बल भी पहुंच गया. अभ्यर्थी लिखित समझौता होने की मांग को लेकर अड़े हुए थे. काफी देर तक चले हंगामें के बाद मंत्री संदीप सिंह अभ्यथिर्यों से मिले. इसके बाद उन्हें निदेशालय ले जाया गया. जहां अधिकारियों से उनकी वार्त हुई. इसके बावजूद समस्या का अभी तक कोई हल नहीं निकला है.
69 हजार शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों का 66 दिन से धरना-प्रदर्शन कार्यक्रम चल रहा है. सैकड़ों की संख्या में यह अभ्यर्थी ईको गार्डन में डटे हुए हैं. गुरुवार को अचानक सैकड़ों की संख्या में अभ्यर्थी बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह के आवास पहुंच गये. अभ्यर्थियों का कहना है कि बेसिक शिक्षा विभाग उच्चतम न्यायालय के अंतिम आदेश की भी अनदेखी कर रहा है. अभ्यर्थी 66 दिन से प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन मंत्री से लेकर अधिकारी तक कोई सुन नहीं रहा है. अभ्यर्थियों ने न्याय की आस में बेसिक शिक्षा परिषद के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार, सचिव प्रताप सिंह बघेल, स्कूल शिक्षा महानिदेशक विजय किरन आनंद, मंत्री संदीप सिंह, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, मंत्री बेबी रानी मौर्य से मुलाकात करके अपनी समस्या बतायी और ज्ञापन भी सौंपा. इसके बावजूद एक अंक विवाद पर नियुक्ति संबंधी कोई कार्रवाई नहीं शुरू हुई.
अभ्यर्थियों की मानें तो सुप्रीम कोर्ट ने 69 हजार शिक्षक भर्ती के एक सवाल में शैक्षिक परिभाषा को गलत पाए जाने पर एक अंक बढ़ाकर मेरिट बनाने और चयन करने का निर्देश दिया है. यह आदेश 9 नवंबर 2022 को जारी हुआ था. लगभग 11 महीने बीतने के बावजूद विभाग सुप्रीम कोर्ट के आदेश को मान नहीं रही है. इसी के चलते उनके पास धरना-प्रदर्शन के अलावा और कोई चारा नहीं बचा है. एक शिक्षक अभ्यर्थी ने बताया कि इलाहाबाद हाईकोर्ट के डबल बेंच के 25 अगस्त 2021 के आदेश को सुप्रीम कोर्ट ने सही ठहराया था.
परीक्षा नियामक प्राधिकारी प्रयागराज के सचिव अनिल भूषण चतुर्वेदी ने 2249 लोगों की सूची बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव को भेजी है. अब परिषद को भर्ती में अंतिम चयनित अभ्यर्थियों को सुप्रीम कोर्ट के आदेश को ध्यान में रखते हुए चयन सूची तैयार करना है. लेकिन लगातार इस मामले में टालू रवैया अपनाया जा रहा है.
69 हजार शिक्षक भर्ती अपनी मांगों को लेकर कभी ईको गार्डन तो कभी मंत्री आवास तो कभी बेसिक शिक्षा निदेशालय का घेराव करते हैं. पुलिस व जिला प्रशासन से इनकी आंख मिचौनी चलती रहती है. इस धरना-प्रदर्शन को लगभग 66 दिन हो गये हैं. इस दौरान अभ्यर्थियों ने सुंदर कांड का पाठ किया. कई अभ्यर्थी धरना-प्रदर्शन को दौरान बीमार भी हुए लेकिन इनका मनोबल नहीं टूटा. यहां तक कि कई त्योहार भी इन अभ्यर्थियों ने धरना स्थल ईको गार्डन पर मनाए. अब यह लड़ाई आर-पार की स्थिति में पहुंच गयी है.
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