यूपी पंचायत चुनाव में सपा की साईकिल दौड़ी
लखनऊ : बिहार चुनाव में करारी हार के बाद 2017 में होने वाले यूपी विधानसभा चुनाव के पहले वहां हुये पंचायत चुनावों में बीजेपी को तगड़ा झटका लगा है. पंचायत चुनाव में सपा की साइकिल तेज दौड़ गयी है. जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए हुए चुनाव में सपा ने अधिकत्तर सीटों पर कब्जा जमाया है. […]
लखनऊ : बिहार चुनाव में करारी हार के बाद 2017 में होने वाले यूपी विधानसभा चुनाव के पहले वहां हुये पंचायत चुनावों में बीजेपी को तगड़ा झटका लगा है. पंचायत चुनाव में सपा की साइकिल तेज दौड़ गयी है. जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए हुए चुनाव में सपा ने अधिकत्तर सीटों पर कब्जा जमाया है. 38 ऐसी सीटें हैं जहां सपा के उम्मीदवार निर्विरोध जीत दर्ज कर चुके हैं. जबकि 74 जिला पंचायतों में तकरीबन 60 सीटों पर सपा ने जीत दर्ज की है. आश्चर्य की बात यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भी सपा ने रिकार्ड मतों से जीत हासिल की है.
जबकि दूसरी ओर बीजेपी सांसद वरुण गांधी सांसद प्रतिनिधि यशभद्र सिंह को भी हार का सामना करना पड़ा है.गौरतलब हो कि उत्तर प्रदेश में कुछ 74 सीटों पर जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए चुनाव हुए जिसमें दो तिहाई सीटों पर सपा ने कब्जा जमा लिया है. स्थिति यह रही कि लगभग 38 जिलों में सपा उम्मीदवारों के सामने किसी दल के उम्मीदवार खड़े ही नहीं थे. जिसकी वजह से 38 जिलों के पंचायत अध्यक्ष निर्विरोध चुन लिए गए जिसमें कुल 23 महिलाएं भी शामिल हैं. दलगत गणित की बात करें तो भाजपा को 5, बहुजन समाज पार्टी को 4 और कांग्रेस और राष्ट्रीय लोक दल का एक-एक प्रत्याशी चुनाव जीत पाया है.
अभी हाल में सपा से बगावत करने वाले रामपाल यादव के बेटे जिंतेंद्र यादव ने सीतापुर सीट से सीमा गुप्ता को हरा दिया है. जानकारी के मुताबिक उन्नाव का रिजल्ट भी काफी चौकाने वाला रहा है. वहां ज्योति रावत और संगीता सेंगर के बीच टक्कर थी लेकिन दोनों पक्षों को बराबर-बराबर मत मिले. बताया जा रहा है कि दोनों के भाग्य का फैसला लकी ड्रा से किया जाएगा. यहां तक कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र की बात की जाए तो वहां भी सपा ने अपना परचम लहराा है. बीजेपी नेता अमित कुमार सोनकर को सपा प्रत्याशी ने हरा दिया है. उस हिसाब से देंखे तो रायबरेली में सोनिया गांधी सफल कही जाएंगी और उन्होंने अपना किला बचा लिया है.