लखनऊ : यूपी में इन दिनों बसपा प्रमुख मायावती के शासनकाल में बनाये गये पार्कों और स्मारकों की जांच चल रही है. विभागीय जांच में पीडब्लूडी विभाग जांच के घेरे में है. सरकार को जांच में यह पता चला है कि तत्कालीन मुख्य अभियंता इस मामले में ज्यादा भुगतान करने के दोषी पाये गये हैं. मामले में इसके अलावा भी राज्य निर्माण निगम के तीन अभियंता को भी आरोपपत्र सौंपा गया है. यूपी सरकार इनके खिलाफ बहुत जल्द जांच पूरी करने वाली है.
गौरतलब हो कि मायावती के शासनकाल में लखनऊ समेत उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों में पार्क और बाबा साहेब के नाम पर स्मारक बनवाये गये थे. लोकायुक्त की जांच से सरकार को यह पता चला है कि इन पत्थरों को मूल्य से ज्यादा कीमत देकर खरीदा ही नहीं गया बल्कि तराशने के लिए बेवजह बाहर भेजा गया. जबकि उस स्तर के कारीगर प्रदेश में ही काफी सस्ते में यह काम कर सकते थे.
लोकायुक्त की रिपोर्ट मिलने के बाद सरकार ने इसपर निगरानी जांच के आदेश दिये हैं. जानकारी के मुताबिक इस मामले में कई पूर्व मंत्री, कई भूतपूर्व निदेशक और खनन विभाग के अभियंताओं के अलावा अन्य विभाग के कई लोगों के खिलाफ गोमती नगर थाने में एफआईआर दर्ज करायी गयी है
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