लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बहुजन समाज पार्टी मुखिया मायावती पर निशाना साधते हुए आज कहा कि समाजवादी पार्टी जैसी सबसे लोकतांत्रिक पार्टी के ठीक विपरीत बसपा के एक प्रत्याशी को पार्टी प्रमुख के साथ खींची गयी फोटो ‘फेसबुक’ पर डालने का खामियाजा टिकट गवांकर भुगतना पडा. अखिलेश ने यहां जनेश्वर मिश्र पार्क में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि सपा सबसे लोकतांत्रिक और स्वतंत्र पार्टी है.
उन्होंने कहा कि आप तो जानते ही हैं कि सोशल साइट पर फोटो डालने पर बसपा की एक प्रत्याशी का क्या हाल हुआ. यह सिर्फ समाजवादी पार्टी ही है जिसमें आप मेरे साथ सेल्फी खिंचवा सकते हैं. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर परोक्ष रुप से हमला करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा ने सेल्फी नाम की एक नई बीमारी फैला रखी है.
मालूम हो कि प्रदेश की अतरौली विधानसभा सीट से बसपा की उम्मीदवार संगीता चौधरी को पार्टी अध्यक्ष मायावती से मुलाकात के दौरान खींची गयी फोटो ‘फेसबुक’ पर डालने का खामियाजा टिकट गवां कर भुगतना पडा. बसपा प्रत्याशी धर्मेन्द्र चौधरी की पिछले साल हत्या होने के बाद उनके स्थान पर टिकट पायीं उनकी पत्नी संगीता कुछ दिन पहले सपरिवार मायावती से मुलाकात करने गयी थीं. इस दौरान उन्होंने और उनके बच्चों ने बसपा मुखिया के पैर छुते हुए फोटो खिंचवायी थी. वह फोटो उन्होंने अपनी फेसबुक वाल पर पोस्ट कर दी, जो वायरल हो गयी. कुछ दिन बाद उन्हें पार्टी के एक समन्वयक ने फोन करके बताया कि उनका टिकट निरस्त कर दिया गया है. बकौल संगीता, उन्हें नहीं मालूम था कि वह कोई गलत काम कर रही हैं. अगर कुछ गलत किया है तो बसपा अध्यक्ष उन्हें माफ कर दें.