अमित शाह को उत्तरप्रदेश पुलिस ने दी ”क्लीनचिट”
मुजफ्फरनगर (उप्र) : भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को साल 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान अप्रैल माह में मुजफ्फरनगर जिले में कथित रुप से घृणा फैलाने वाले भाषण देने के मामले में उत्तरप्रदेश पुलिस ने क्लीनचिट दे दी है. अभियोजन पक्ष के अनुसार, पुलिस ने कल स्थानीय अदालत में अंतिम रिपोर्ट दाखिल की और कहा […]
मुजफ्फरनगर (उप्र) : भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को साल 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान अप्रैल माह में मुजफ्फरनगर जिले में कथित रुप से घृणा फैलाने वाले भाषण देने के मामले में उत्तरप्रदेश पुलिस ने क्लीनचिट दे दी है. अभियोजन पक्ष के अनुसार, पुलिस ने कल स्थानीय अदालत में अंतिम रिपोर्ट दाखिल की और कहा कि उनके खिलाफ इस मामले में कोई साक्ष्य नहीं है. अंतिम रिपोर्ट अब न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष रखी जायेगी जो अंतिम निर्णय करेंगे.
उत्तर प्रदेश पुलिस ने शाह के खिलाफ काकरोली थाने में एफआईआर दर्ज किया था और उनपर 4 अप्रैल 2014 को मुजफ्फरनगर के बरवार गांव में आपत्तिजनक भाषण देने का आरोप लगाया था. अभियोजन पक्ष के अनुसार, मिनरपुर के तत्कालीन उप मंडलीय मजिस्ट्रेट एवं सहायक चुनाव अधिकारी बाबूराम ने चुनाव आयोग के निर्देश पर शाह के खिलाफ आईपीसी की धारा 188 और जन प्रतिनिधित्व अधिनियम 123 :3: के तहत शिकायत दर्ज कराया था. एफआईआर के अनुसार, शाह ने कथित तौर पर कहा था कि सपा मुसलमानों को वोट बैंक के रुप में इस्तेमाल करती है और दूसरे उसे वोट नहीं देंगे.
आपको बता दें कि लोस चुनाव में उत्तर प्रदेश में 73 सीट भाजपा को दिलाने का श्रेय अमित शाह को ही जाता है. प्रदेश की 80 सीटों में से 73 सीट पर कब्जा करके शाह ने दिखा दिया था कि वह हवा का रुख बदल सकते हैं. इस दौरान उन्होंने प्रदेश के कई जिलों और गांवों में भाषण दिया और विपक्ष के निशाने पर रहे. इसी क्रम में मुजफ्फरनगर जिले में कथित रुप से घृणा फैलाने वाले भाषण देने का आरोप शाह पर लगा.