CM अखिलेश का मायावती पर हमला, हाथी वाली बुआ के जन्मदिन पर फंड निकलता था

जालौन : सूखे और पिछड़ेपन की मार सहन कर रहे बुंदेलखण्ड की त्रासदी के जरिये सरकार पर निशाना साधने की विपक्ष की व्यूह रचना के बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज कहा कि यह इलाका उनकी सरकार की शीर्ष प्राथमिकता में शामिल है. अखिलेश ने बुंदेलखण्ड क्षेत्र में सत्तारुढ समाजवादी पार्टी के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 27, 2016 1:46 PM

जालौन : सूखे और पिछड़ेपन की मार सहन कर रहे बुंदेलखण्ड की त्रासदी के जरिये सरकार पर निशाना साधने की विपक्ष की व्यूह रचना के बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज कहा कि यह इलाका उनकी सरकार की शीर्ष प्राथमिकता में शामिल है. अखिलेश ने बुंदेलखण्ड क्षेत्र में सत्तारुढ समाजवादी पार्टी के चुनावी अभियान की शुरआत करते हुए भारतीय जनता पार्टी और बहुजन समाज पार्टी :बसपा: पर हमला किया और मतदाताओं को उनकी ‘साजिशों’ के प्रति आगाह भी किया.

मुख्यमंत्री ने यहां आयोजित एक जनसभा में कहा कि यह चुनाव का साल है और साजिशों का साल भी. इनसे होशियार रहने की जरुरत है. बताओ कितने मुख्यमंत्री बुंदेलखण्ड आये हैं. बुंदेलखण्ड हमारी सरकार की प्राथमिकता रहा है और आगे भी रहेगा. वर्ष 2017 के शुरू में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले बुंदेलखण्ड में राजनीतिक सरगर्मियां तेज होने के बीच अखिलेश ने कहा कि उनकी सरकार इस क्षेत्र में खड़ी समस्याओं के निदान के लिये हर सम्भव प्रयास करेगी. उन्होंने केंद्र में सत्तारुढ भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश ने भाजपा को इतनी बडी संख्या में सांसद दिये, लेकिन बदले में उन्होंने प्रदेश को कुछ नहीं दिया. सच्चाई तो यह है कि योजना आयोग और नीति आयोग के मुद्दे को लेकर उत्तर प्रदेश को नुकसान उठाना पडा है.

बसपा पर प्रहार करते हुए अखिलेश ने कहा कि हाथी बसपा का चुनाव निशान की पार्टी तो सारा धन पत्थर के स्मारकों और हथियों को बनवाने में खर्च करती थी. ऐसे हाथी जो चल नहीं सकते. अखिलेश का मतलब पूर्ववर्ती मायावती सरकार के कार्यकाल में बनवाये गये स्मारकों और मूर्तियों से था. उत्तर प्रदेश के सात जिलों बांदा, चित्रकूट, महोबा, हमीरपुर, झांसी, जालौन और ललितपुर तक फैले बुंदेलखण्ड में जनगणना 2011 के मुताबिक एक करोड 83 लाख लोग रहते हैं. यह इलाका सूखे और बेमौसम बारिश के कारण फसलें बरबाद होने से बेजार है. अखिलेश का यह दौरा हाल में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की बंुंदेलखण्ड यात्रा के बाद हुआ है. इस दौरान राहुल ने केंद्र के साथ-साथ प्रदेश सरकार पर भी निशाना साधा था.

मुख्यमंत्री ने सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव के ‘शाही’ जन्मदिन समारोह पर जनता का धन लुटाने के बसपा प्रमुख मायावती के आरोप के बारे में कहा ‘‘मैंने अपनी बुआ :मायावती: की उस टिप्पणी का पहले ही जवाब दे दिया था कि मुख्यमंत्री नहीं बल्कि नेताजी का बेटा अपने पिता का जन्मदिन मनाता है.” उन्होंने भाजपा पर हमला जारी रखते हुए कहा कि इस दल के लोग ‘घर वापसी’ जैसे मुद्दे उठाकर बहस को दूसरी दिशा में ले जाते हैं. अखिलेश ने कहा ‘‘जब उनके :विपक्ष: पास कोई मुद्दा नहीं रह जाता, तो वह कानून-व्यवस्था का मुद्दा उठाते हैं, जबकि हमारी कोशिश यह है कि घटना के ब्रेकिंग न्यूज बनने से पहले ही पुलिस 10 मिनट के अंदर घटनास्थल पर पहुंच जाए।” उन्होंने कहा कि पुलिस भर्ती में धांधली के भाजपा के आरोप इस भर्ती के परिणाम आते ही बेकार साबित होंगे. कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं से बातचीत में सवालों के जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने हमेशा ही बुंदेलखण्ड को तवज्जो दी है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि बुंदेलखण्ड में विकास योजनाओं को रफ्तार देने के लिये मुख्य सचिव और प्रमुख सचिव को वरिष्ठ अधिकारियों के साथ यहां भेजा गया था। सरकार इस क्षेत्र को ज्यादा बिजली दे रही है. उन्होंने कहा कि हमने ओलावृष्टि की वजह से फसलों का नुकसान उठाने वाले किसानों को मदद पहुंचायी है. आप हमसे पूछते रहते हैं कि हमने बुंदेलखण्ड के लिये क्या किया. इस क्षेत्र का दौरा करने वाले लोग और दूसरी सरकार इस क्षेत्र के लिये क्या कर रही है, यह भी देखा जाना चाहिये. विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बुंदेलखण्ड को लेकर सियासी सरगर्मी तेज होेने के बीच राज्य सरकार ने केंद्र को पत्र लिखकर कहा है कि बुंदेलखण्ड की पूरी जनता को खाद्य सुरक्षा कानून के दायरे में लाया जाना चाहिये ताकि गरीब लोगों को आसानी से रोटी नसीब हो सके.

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