सिगरेट पीने वालों से कानपुर में वसूले गये 7 लाख रुपये
कानपुर : कानपुर शहर में जिला प्रशासन द्वारा चलाये गये तंबाकू निषेध अभियान के पहले छह माह में अब तक सार्वजनिक स्थल पर तंबाकू पदार्थों का सेवन करने वालों से कुल छह लाख 73 हजार रुपये का जुर्माना वसूला जा चुका है. यह जुर्माना करीब साढ़े सात हजार लोगों से वसूला गया है. यही नहीं, […]
कानपुर : कानपुर शहर में जिला प्रशासन द्वारा चलाये गये तंबाकू निषेध अभियान के पहले छह माह में अब तक सार्वजनिक स्थल पर तंबाकू पदार्थों का सेवन करने वालों से कुल छह लाख 73 हजार रुपये का जुर्माना वसूला जा चुका है. यह जुर्माना करीब साढ़े सात हजार लोगों से वसूला गया है. यही नहीं, जिले के स्वास्थ्य विभाग ने तंबाकू उत्पादों का सेवन करने की लत को छुड़वाने की जानकारी देने के लिये शहर के उर्सला अस्पताल में एक परामर्श क्लीनिक भी खोला है. एडीएम सिटी आशुतोष अग्निहोत्री ने आज बताया कि शहर में तंबाकू के खिलाफ जागरुकता अभियान जोर शोर से चलाया जा रहा है. इस दौरान प्रशासन की टीमों ने बस स्टेशन, स्कूल-कॉलेजों के बाहर, रेलवे स्टेशन, अस्पताल, सडकों के किनारे फुटपाथ पर और मॉल्स, सिनेमा हाल में समय-समय पर विशेष छापेमारी की.
इस छापेमारी में 7281 लोगों को सार्वजनिक स्थल पर सिगरेट बीड़ी पीते, पान मसाला खाते पकड़ा गया और उनसे कुल मिलाकर छह लाख 73 हजार 155 रुपये का जुर्माना वसूला गया. जुर्माने की अधिकतम राशि 200 रुपये है लेकिन जो बहुत गरीब लोग तंबाकू पदार्थों का सेवन करते पाये गये उनसे कम जुर्माना वसूला गया. उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश है कि हम युवा पीढ़ी को तंबाकू के सेवन से रोके. इसके लिये प्रशासन ने शहर के सभी स्कूल कॉलेजों के पास से पान सिगरेट की दुकानें हटवा दी हैं और वहां अक्सर छापेमारी भी की जाती है. मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ रामायण प्रसाद ने बताया कि शहर के सभी अस्पतालों में तंबाकू सेवन को बहुत सख्ती से रोका गया है. अस्पताल का कोई कर्मचारी या किसी मरीज के परिजन अस्पताल में तंबाकू का सेवन नहीं कर सकते. तंबाकू सेवन की लत के शिकार जो लोग इस आदत को छोडना चाहते है उनके लिये जिला उर्सला अस्पताल में एक विशेष केंद्र खोला गया है. इस केंद्र मेंं रोजाना ऐसे लोगोें की काउंसलिंग की जाती है और तंबाकू छोडने वाली दवायें भी दी जाती है.