लखनऊ : भारतीय जनता पार्टी :भाजपा: ने उत्तर प्रदेश में सत्तारुढ समाजवादी पार्टी पर जातिवाद, तुष्टीकरण और दबंगई को बढ़ावा देने वाली राजनीति करने का आरोप लगाते हुए आज कहा कि इस पार्टी द्वारा विधान परिषद चुनाव के लिये घोषित प्रत्याशियों की सूची देखकर यह आरोप साबित होता है. भाजपा के प्रान्तीय प्रवक्ता हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव ने आज यहां संवाददाताओं से कहा कि समाजवाद का ढोल पीटने वाली सपा ने जिस तरह से विधान परिषद चुनाव के प्रत्याशियों का चयन किया है उसने इस पार्टी की जातिवाद तथा तुष्टिकरण को बढ़ावा देने और दबंगई को प्रश्रय देने वाली राजनीति को पूरी तरह बेनकाब कर दिया है. उन्होंने कहा कि सपा द्वारा घोषित 31 प्रत्याशियों में से 16 यादव है. क्या यही समाजवादी अवधारणा है. दबंगों और विवादित लोगों को प्रत्याशी बनाकर उन्हें महिमामंडित करने वाली पार्टी की सरकार प्रदेश की कानून-व्यवस्था को आखिर कैसे सुधारेगी.
श्रीवास्तव ने कहा कि सत्ताधारी दल विधान परिषद सदस्यों के आगामी चुनाव में जिस तरह धनबल और बाहुबल का सहारा ले रहा है, वह स्वस्थ लोकतांत्रिक व्यवस्था के सामने बड़ा प्रश्न है. उत्तर प्रदेश विधान परिषद में अपना बहुमत कायम करने में जुटी सत्तारूढ़ सपा ने विधानमण्डल के इस उच्च सदन के चुनाव के लिये कल अपने 31 प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी. इनमें यादव जाति के 16 तथा चार मुस्लिम उम्मीदवार शामिल हैं. साथ ही इसमें कुछ प्रत्याशी आपराधिक छवि वाले भी हैं. विधान परिषद में इस समय 41 सीटें खाली हैं. इनमें से 36 का चुनाव स्थानीय प्राधिकारियों के जरिये होगा.