लखनऊ : ‘निर्भया काण्ड’ की याद ताजा करती वारदात के तहत राजधानी लखनउ में कक्षा 12वीं की एक छात्रा की बलात्कार के बाद हत्या की वीभत्स घटना की गूंज आज उत्तर प्रदेश विधानपरिषद में भी सुनायी दी और सभापति ने इस मामले में शुरआती मुकदमा दर्ज करने में लापरवाही के आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ जांच कराकर कार्रवाई करने के निर्देश दिये. शून्यकाल के दौरान बसपा सदस्यों ने कार्यस्थगन की सूचना के तहत यह मामला उठाते हुए इस पर दो घंटे की चर्चा कराने का आग्रह किया. सदन में बसपा और विपक्ष के नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने सूचना की ग्राह्यता पर बल देते हुए कहा कि पिछली 10 फरवरी से लापता कक्षा 12वीं की एक छात्रा का शव कल मुख्यमंत्री आवास से कुछ फासले पर झाड़ियों में पाया गया. लड़की के परिजन जब 10 फरवरी की शाम को जानकीपुरम थाने में मुकदमा दर्ज कराने गये तो थानाध्यक्ष ने कहा कि लड़की किसी के साथ भाग गयी होगी. बाद में लौट आयेगी.
उन्होंने कहा कि वह लड़की बसपा के एक वरिष्ठ नेता और पूर्व राज्यमंत्री की भांजी थी. उनके दबाव बनाने पर पुलिस ने मुकदमा तो दर्ज कर लिया लेकिन कोई कार्यवाही नहीं की. गत 13 फरवरी को लड़की के मोबाइल फोन की लोकेशन बाराबंकी के हैदरगढ में मिली. इस पर जब क्राइम ब्रांच से मदद मांगी गयी तो उसने ट्रेनिंग में व्यस्त होने की बात कहकर मदद से इनकार कर दिया. सिद्दीकी ने कहा कि कल लड़की का शव बरामद हुआ. वह जिस हालत में मिला है उसका जिक्र इस सदन में नहीं किया जा सकता. पुलिस में वारदात को लेकर गम्भीरता नाम की कोई चीज नहीं है. हम चाहते हैं कि इस पर नियंत्रण किया जाये, लिहाजा इस पर दो घंटे की चर्चा करायी जानी चाहिए. कांग्रेस के नसीब पठान ने भी कहा कि इस घटना को राजनीति से ऊपर उठकर देखा जाना चाहिए और इस पर दो घंटे की चर्चा होनी चाहिए.
नेता सदन अहमद हसन ने इसे पर कहा कि इस घटना की जितनी भी निन्दा की जाये, वह कम है. इसे राजनीति से ऊपर उठकर देखा जाना चाहिए. शव के पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृत्यु से पहले लड़की का लैंगिक शोषण करने के संकेत मिले हैं. सरकार पूरे तौर पर संवेदनशील है और हमारा मानना है कि ऐसी वारदात करने वालों को फांसी होनी चाहिए. उन्होंने पूर्ववर्ती बसपा सरकार के कार्यकाल में लखीमपुर खीरी जिले के निघासन थाने में एक लडकी की कथित रूप से बलात्कार के बाद फांसी पर लटकाए जाने और बांदा बलात्कार काण्ड की याद दिलाते हुए कहा कि हमें ऐसी घटनाओं पर राजनीति करने के बजाय इन्हें रोकने के लिये मिल जुलकर कोशिश करनी चाहिए.
हसन ने कहा कि इस घटना पर चर्चा की नहीं बल्कि कार्रवाई की जरूरत है और सरकार कार्रवाई कर रही है. इस झकझोरने वाली घटना का राजनीतिकरण किया जा रहा है. एक आदमी जानवर हो गया, उसके लिये सरकार दोषी नहीं है. इस पर सभापति ओमप्रकाश शर्मा ने कार्यस्थगन की सूचना को नामंजूर करते हुए सरकार को निर्देश दिये कि वह लड़की की गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखने में लापरवाही के आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ जांच कराकर कार्रवाई करे. मालूम हो कि कक्षा 12 में पढ़ने वाली एक लड़की का शव कल मुख्यमंत्री आवास और पुलिस महानिदेशक कार्यालय के नजदीक एक नाले के बगल झाड़ियों से बरामद किया गया था. दिल्ली के ‘निर्भया काण्ड’ की याद ताजा कराते इस मामले में शव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में लड़की की निहायत बर्बरता से कथित बलात्कार के बाद हत्या किये जाने की पुष्टि हुई है.