वृंदावन : केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर शनिवार को तंज कसा और इशारों ही इशारों में उन्हें बुर्जुग तक कह दिया. राहुल गांधी पर तीखा प्रहार करते हुए ईरानी ने कहा कि एक ऐसा नेता है जो अपने आप को नौजवान बताता है लेकिन उसकी उम्र लगभग 50 साल की हो गयी है. स्मृति ने कल भाजपा के युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अधिवेशन को संबोधित करते हुए राहुल गांधी को अपने निशाने पर रखा.
पिछले दिनों लोकसभा में राहुल पर हमला करने के बाद उन्होंने शनिवार को वृंदावन में इस कार्यक्रम के दौरान कहा कि वह एक ऐसा नौजवान नेता है जो दस वर्ष से सांसद है और उसकी माता का उसके उपर आशीर्वाद है लेकिन वह अपने चुनाव क्षेत्र का उद्धार नहीं कर पाता है. हालांकि उन्होंने अपने भाषण के दौरान राहुल का नाम नहीं लिया. अपना प्रहार जारी रखते हुए उन्होंने कहा कि वह नेता राष्ट्रवाद का दावा करता है ‘‘लेकिन मैं पूछना चाहती हूं कि इग्नू नाम की एक संस्था है जो सेना के लोगों को डिग्रियां दिया करती थी लेकिन 2012 में उसे बंद कर दिया गया.’
ईरानी ने कहा कि यह निर्णय तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने किया. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार बनने के बाद सरहद पर रहने वाले सैनिक जो पढाई करना चाहते हैं इग्नू ने उनको फिर से डिग्री देना शुरू किया. उन्होंने कहा कि वायुसेना के सैनिकों को अब तक 45 हजार और सेना के 3 73 लाख सैनिकों को यहा से अब तक डिग्रियां दी जा चुकी है. ईरानी ने कहा कि हमने कभी भी कर्तव्य का पालन करते हुए यह नहीं कहा कि मेरे राष्ट्रवाद का प्रमाणपत्र यह है कि मेरी रगों में राष्ट्रवाद दौडता है बल्कि राष्ट्रवाद को कर्तव्य से करके दिखाया. साथ ही उन्होंने जेएनयू मामले को फिर से उभारते हुए कहा कि जिन लोगों ने अफजल गुरु और याकूब मेमन का समर्थन किया, देश का दुर्भाग्य है कि कुछ लोगों ने उनका साथ दिया और कहा कि यह अभिव्यक्ति की आजादी का मामला है. उन्होंने राहुल का नाम लिए बिना कहा कि ऐसा करना राष्ट्र को तोडने वालों को महिमामंडित करने जैसा है.
साथ ही उन्होंने वामदलों को भी घेरा और कहा कि 2006 में ताप्ती मलिक नामक दलित महिला ने किसानों की जमीन को बचाने के लिए संघर्ष किया था लेकिन उसका बलात्कार किया गया और उसे जिंदा जला दिया गया. उन्होंने कहा कि वह पूछना चाहती हैं कि जो लोग देश को खंडित करने का समर्थन कर रहे थे 2006 में उनके आंसू क्यों नहीं निकले. उन्होंने कहा कि इसी तरह केरल में 1999 में भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष जयकृष्णन जो कि एक प्राइमरी स्कूल में अध्यापक थे उनकी टुकडे टुकडे करके निर्मम हत्या कर दी गयी लेकिन तब किसी के मुंह से उफ तक नहीं निकली. उन्होंने कहा कि 2014 में नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा को एक बडी विजय मिल चुकी है लेकिन हमारा यह संघर्ष तब तक समाप्त नहीं होगा जब तक ताप्ती और जयकृष्णन को न्याय नहीं मिलेगा. स्मृति ने पिछले लोकसभा चुनाव में अमेठी मेंे राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव लडा था.